बिहार में विधानसभा चुनाव से पहले राजद को एक और झटका लग सकता है. मांझी के महागठबंधन से अलग होने के बाद अब रालोसपा सुप्रीमो उपेंद्र कुशवाहा भी उसी राह पर चल रहे हैं. तेजस्वी के तकरार के बाद रालोसपा ने आज हाईलेवल मीटिंग की. महागठबंधन में रहने या नहीं रहने को लेकर रालोसपा ने पार्टी अध्यक्ष उपेन्द्र कुशवाहा को अधिकृत कर दिया है। गुरुवार को हुई हाई लेवल मीटिंग में जिला, प्रदेश व राष्ट्रीय कमिटी ने सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित कर कहा कि दल किस गठबंधन में रहेगा, इसका निर्णय उपेन्द्र कुशवाहा लेंगे।
अब निर्णय लेने का समय आ गया
पार्टी ने कहा है कि राजद के व्यवहार के कारण ऐसी स्थिति उत्पन्न हो गई है कि अब निर्णय लेने का समय आ गया है। वहीं उपेंद्र कुशवाहा ने कहा है कि महागठबंधन में अभी जो परिस्थिति है, उस पर विचार करते हुए पार्टी ने मुझे अधिकृत किया है। मैं सोच समझकर बिहार की जनता और अपने कार्यकर्ताओं के हित का ख्याल करते हुए निर्णय लूंगा।
राजद रालोसपा को 10-12 सीट से अधिक देने को तैयार नहीं
रालोसपा सूत्रों के अनुसार, पार्टी ने विधानसभा चुनाव के लिए 35 सीटों की मांग की थी और इसके लिए उपेंद्र कुशवाहा ने नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी प्रसाद यादव से दो बार और राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह से भी उनके कायार्लय में मुलाकात की थी। बताया जाता है कि राजद रालोसपा को 10-12 सीट से अधिक देने को तैयार नहीं है।
You must be logged in to post a comment.