पंजाब और राजस्थान के किसी UNIVERSITY में इस वर्ष नहीं होगी परीक्षाएं, पिछले साल के अंकों के आधार पर होंगे प्रमोट होंगे सभी विद्यार्थी

राजस्थान सरकार ने कोरोना वायरस के संक्रमण की वजह से उत्पन्न महामारी के मद्देनजर एक बड़ा एलान किया है. अशोक गहलोत सरकार ने कहा है कि उसने इस वर्ष प्रदेश के सभी विश्वविद्यालयों, महाविद्यालयों और तकनीकी शिक्षण संस्थानों में स्नातक और स्नातकोत्तर पाठ्यक्रमों की परीक्षाएं नहीं कराने का निर्णय लिया है.

सीएम की अध्यक्षता में हुई बैठक में लिया गया फैसला

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि कोरोना महामारी के परिदृश्य को देखते हुए इस वर्ष उच्च एवं तकनीकी शिक्षा के स्नातक और स्नातकोत्तर पाठ्यक्रमों की परीक्षाएं नहीं करायी जायेंगी. कहा कि सभी विद्यार्थियों को बिना परीक्षा के अगली कक्षा में प्रोन्नत किया जायेगा. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की अध्यक्षता में मुख्यमंत्री निवास पर हुई उच्चस्तरीय बैठक में यह निर्णय लिया गया. बैठक में उच्च शिक्षा राज्य मंत्री भंवर सिंह भाटी, तकनीकी शिक्षा राज्य मंत्री सुभाष गर्ग, मुख्य सचिव राजीव स्वरूप, अतिरिक्त मुख्य सचिव वित्त निरंजन आर्य, उच्च शिक्षा सचिव श्रीमती शुचि शर्मा, सूचना एवं जनसंपर्क आयुक्त महेंद्र सोनी सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे.

राजस्थान में अब तक कोरोना से 453 लोगों की मौत

गौरतलब है कि राजस्थान में कोरोना वायरस के संक्रमण से अब तक 453 लोगों की मौत हो चुकी है. वहीं, इस बीमारी से संक्रमित लोगों की संख्या 19,756 पहुंच गयी है. राज्य में 224 नये मामले सामने आने के साथ ही संक्रमितों की कुल संख्या 19,756 हो गयी, जिनमें से 3640 रोगी कोविड19 अस्पतालों में भर्ती हैं.

पंजाब में विश्वविद्यालय और कॉलेजों की परीक्षाएं रद्द

पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने राज्य में कोविड संकट के चलते विश्वविद्यालय और कॉलेजों की परीक्षाएं रद्द करने का एलान किया. हालांकि ऑनलाइन परीक्षाएं लेने वाले कुछ विश्वविद्यालयों की परीक्षाएं बेरोकटोक जारी रहेंगी. मुख्यमंत्री ने कहा कि विश्वविद्यालय और कॉलेजों के विद्यार्थी पिछले साल के नतीजों के आधार पर प्रमोट कर दिए जाएंगे. हालांकि जो विद्यार्थी अपने प्रदर्शन को और सुधारना चाहते हैं उन्हें बाद में जब कोविड संकट दूर हो जाएगा तो नए इम्तिहानों के जरिए मौका दिया जाएगा.

परीक्षाएं रद्द होने के बावजूद पढ़ाई जारी रखने की अपील

उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालयों और कॉलेजों की तरफ से इस फैसले को लागू करने के तरीकों पर काम किया जा रहा है, जिस कारण इस संबंधी विस्तार से फैसले का एलान अगले कुछ दिन में किया जाएगा। स्कूल बोर्ड परीक्षाओं के बारे में मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य कुछ दिन पहले सुप्रीम कोर्ट में सीबीएसई के फैसले को लागू करेगा। इसके साथ ही कैप्टन ने सभी विद्यार्थियों से अपील की है कि वह अपनी परीक्षाएं रद्द होने के बावजूद पढ़ाई जारी रखें। उन्होंने विद्यार्थियों से कहा, ‘आप अपने सुनहरे भविष्य के लिए अपनी पढ़ाई जारी रखें।’