मद्यनिषेध सिपाही बनने के फेर में कदाचार करने के आरोप में 292 अभ्यर्थियों को खानी पड़ी जेल की हवा केन्द्रीय चयन पर्षद (सिपाही भर्ती) द्वारा मद्यनिषेध सिपाही के लिए रविवार को आयोजित लिखित परीक्षा में राज्य के विभिन्न केन्द्रों से आये अभ्यर्थी पकड़े गए। स्थानीय थानों में इनपर मुकदमा दर्ज कराने के बाद जेल भेज दिया गया। सर्वाधिक 78 अभ्यर्थी भागलपुर में पकड़े गए।
नकल का एक दिलचस्प मामला कैमूर में सामने आया है। वहां का अभ्यर्थी कांख में ब्लूटूथ लगाकर पहुंचा था। परीक्षा के बीच वह बाथरूम में जाकर बात कर रहा था। तभी पुलिसकर्मियों को कुछ आवाज सुनाई दी। इसके बाद छानबीन की गई तो उसके कांख में ब्लूटूथ मिला। वहीं बक्सर में मद्यनिषेध सिपाही की परीक्षा में नकल करानेवाले सॉल्वर गैंग के चार सदस्य आरा से गिरफ्तार किए गए हैं।
केन्द्रीय चयन पर्षद के मुताबिक मद्यनिषेध सिपाही के 76 पदों के लिए रविवार को राज्य के 18 जिलों के 156 केन्द्रों में हुई लिखित परीक्षा इसके लिए 98,870 अभ्यर्थियों को प्रवेश-पत्र जारी किया गया था। परीक्षा में 76 प्रतिशत अभ्यर्थी उपस्थित हुए। लिखित परीक्षा के दौरान कदाचार के 292 मामले सामने आए। नकल करने के आरोप में गिरफ्तार अभ्यर्थियों पर केन्द्राधीक्षक द्वारा कानूनी कार्रवाई करते हुए स्थानीय थाना में मामला दर्ज कराया गया। पकड़े जाने के बाद इन अभ्यर्थियों को तत्काल अयोग्य घोषित कर दिया गया है।
नकल करने के आरोप में पकड़े गए कई अभ्यर्थियों के पास में से ब्लूटूथ और मोबाइल फोन आदि बरामद हुए हैं। पर्षद के मुताबिक भागलपुर में 78, बक्सर में 76, नालंदा में 40, गया में 30, पटना में 24,सीवान में 20 और अन्य जिलों में शाम तक की रिपोर्ट के आधार पर 24 अभ्यर्थियों की गिरफ्तारी की सूचना प्राप्त है। पर्षद का दावा है कि मद्यनिषेध सिपाही की लिखित परीक्षा पूरी तरह शांतिपूर्ण और कदाचार सहित सम्पन्न हुआ। किसी भी जिले के डीएम द्वारा कहीं भी पेपर लीक या आदि से संबंधित कोई भी सूचना नहीं दी गई है।
EDITED BY SAUMYA PATEL
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