अब बाजारों में पैदल यात्रियों के लिए होगा मार्ग का निर्माण,आवास और शहरी कार्य मंत्रालय ने जारी किये दिशा निर्देश

आवास और शहरी कार्य मंत्रालय ने हितधारकों के परामर्श से देश के विभिन्न शहरों और नगरपालिका क्षेत्रों में पैदल यात्रियों के अनुकूल बाजारों के लिए समग्र योजना की सिफारिश की है। आवास और शहरी कार्य सचिव श्री दुर्गा शंकर मिश्रा द्वारा सभी राज्यों ,शहरों,और नगर निगमों को जारी की गई एडवाइजरी में दस लाख से अधिक आबादी वाले शहरों को कम से कम तीन बाजारों और दस लाख से कम आबादी वाले शहरों को कम से कम एक बाजार का चयन करने के लिए भी सुझाव दिया गया है, जिनमें पैदल मार्ग का निर्माण कराया जाएगा।

30 जून, 2020 तक होगा चयन

बाजारों में पैदल यात्रियों के लिए मार्ग बनाने हेतु सिटी मार्केट स्पेस का चयन 30 जून, 2020 तक किया जा सकता है। हितधारकों के परामर्श से क्षेत्र के लिए समग्र योजना अगले 3 महीनों यानी 30 सितंबर, 2020 तक बनाई जा सकती है। विक्रेताओं और बाजार के अन्य उपयोगकर्ताओं का सर्वेक्षण 31 जुलाई, 2020 तक पूरा किया जा सकता है। सितंबर, 2020 के अंत तक कार्यान्वयन शुरू करने के लिए एक योजना को औपचारिक रूप दिया जा सकता है।

चेन्नई शहर में है 100 किमी से अधिक लंबा पैदल मार्ग

पिछले पांच वर्षों में चेन्नई ने पूरे शहर में 100 किमी से अधिक लंबा पैदल मार्ग बनाया, जिसमें शहर के व्यापारिक केंद्र में पैदल यात्री प्लाजा भी शामिल है। इसके अलावा यह इस वर्ष मेगा स्ट्रीट्स प्रोग्राम के माध्यम से अपने प्रयासों को चौगुना कर रहा है, जिसका उद्देश्य चेन्नई की असुरक्षित सड़कों को सुरक्षित सड़कों में बदलना है जिसमें पैदल यात्रियों और साइकिल चालकों को प्राथमिकता मिलेगी। चेन्नई के इन प्रयासों से प्रेरित होकर तमिलनाडु सरकार ने राज्य के दस शहरों में इस कार्यक्रम का विस्तार करने के लिए एक बजट आवंटित किया है।

पुणे एक व्यापक साइकिल योजना विकसित करने वाला पहला भारतीय शहर

पुणे एक व्यापक साइकिल योजना विकसित करने वाला पहला भारतीय शहर बन गया है, जिसमें 400 किमी की साइकिल-अनुकूल सड़कों के निर्माण का प्रस्ताव है। कई भारतीय शहरों में साइकिल-शेयरिंग प्रणाली शुरू की गई है। इससे कॉलेज के छात्रों, खासकर महिलाओं को साइकिल चलाने और आजादी के साथ शहर में घूमने का अधिकार मिला है।