
ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने मुस्लिम नौजवानों के लिए मुस्लिम समुदाय में ही शादी करने की अपील जारी की है। बोर्ड के एक्टिंग जनरल सेक्रेटरी मौलाना खालिद सैफुल्लाह रहमानी ने बुधवार को इस संबंध में एक प्रेस नोट जारी किया जिसमें मुस्लिम नौजवानों, आलिमों और मुस्लिम बच्चों के मां बाप के लिए एक अपील जारी की गई है. हालांकि इसे बोर्ड द्वारा लव जिहाद के खिलाफ उठाया गया कदम के तौर पर देखा जा रहा है।
बोर्ड का कहना है की मुस्लिम लड़के लड़कियों का गैर मुस्लिम से शादी करना धार्मिक रूप से गलत है। शरीयत के मुताबिक ऐसी शादी को इस्लाम सही नहीं मानता।
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बोर्ड ने कहा है कि अगर कोई मुस्लिम किसी गैर मुस्लिम से शादी करता है तो वो जीवन भर गलत करता रहेगा। बोर्ड का कहना है की मुस्लिम लड़के और लड़कियां दोनों ही गैर मुस्लिम से शादी कर रहे है। ये एक गलत ट्रेंड है।
बोर्ड ने बताई ऐसा करने के पीछे की वजह
बोर्ड के मुताबिक इसकी बड़ी वजह ये है की आज कल के मां बाप अपने बच्चों को इस्लाम की सही तालीम नहीं दे रहे हैं। इसलिए बोर्ड ने मुस्लिम धर्म गुरुओं यानी आलिमों और मुस्लिम बच्चों के मां बाप से अपील की है की हर जगह अपने बच्चों को यही समझाएं कि सिर्फ अपने समुदाय में ही शादी करें।
बता दें हाल के दिनों में लव जिहाद का मामला काफी राजनीतिक हो गया है। मुस्लिम लड़कों पर गैर मुस्लिम लड़की से शादी करके उनका धर्म बदलवाने का आरोप है. कई राज्यों में इसके खिलाफ कानून भी लाया गया है।
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