पुरी में भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा पर अड़चन क्यों ? सुप्रीम कोर्ट में फैसला आज

ओडिशा के पुरी में भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा 23 तारीख को निकाली जानी थी। इसके बाद एक जुलाई को ‘बहुदा जात्रा’ (रथयात्रा की वापसी) शुरू होनी थी। इस रथयात्रा के उत्सव में लाखों लोग शामिल होते हैं। लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने कोविड-19 महामारी के चलते इस साल यात्रा पर रोक लगा दी थी। सुप्रीम कोर्ट जगन्नाथ रथ यात्रा पर रोक लगाने वाले आदेश पर आज विचार करेगा। न्यायमूर्ति एस रवींद्र भट की एकल न्यायाधीश पीठ आवेदनों पर आज सुनवाई करेगी।

इन सबों ने दायर की थी याचिका

सीजेआई की अध्‍यक्षता वाली सुप्रीम कोर्ट की बेंच के इस आदेश पर सुधार के लिए शीर्ष कोर्ट में कई याचिकाएं दायर की गईं हैं। याचिका दायर करने वालों में ‘जगन्नाथ संस्कृति जागरण मंच’ बीजेपी सांसद संबि‍त पात्रा भी शामिल है। वहीं पुरी के शंकराचार्य ने सुप्रीम कोर्ट के आदेश को सुनियोजित बताया था। रथा यात्रा की अनुमति की मांग की थी।

18 जून को दिया था आदेश

शीर्ष अदालत ने 18 जून को अपने आदेश में कहा था कि जनस्वास्थ्य और नागरिकों की सुरक्षा के हित में पुरी में इस साल रथयात्रा की अनुमति नहीं दी जा सकती और यदि हम अनुमति देते हैं तो भगवान जगन्नाथ हमें क्षमा नहीं करेंगे।”