कोरोना वायरस की रैपिड टेस्ट के लिए भारत तैयार, पूरे देश के लिए लागू होगा एक जैसा प्रोटोकॉल

देश में कोरोना वायरस की जांच में तेजी लाने के लिए चीन से रैपिड टेस्ट किट भारत पहुँच गए है। कोरोना वायरस की रैपिड जांच के लिए अब देश तैयार है। 22 राज्यों के 170 जिलों में 6 लाख जांच किट्स शनिवार तक पहुंच चुकी हैं।

केंद्र सरकार ने सभी मुख्य सचिवों को दिया सख्त आदेश

 

इससे पहले कि राज्य अपने-अपने जिलों में रैपिड टेस्ट शुरू करें, केंद्र सरकार ने सभी मुख्य सचिवों को पत्र लिख सख्त आदेश जारी किए हैं। इसके तहत राज्यों को एक-एक रैपिड जांच किट का ब्योरा केंद्र को देना पड़ेगा। हर दिन राज्यों से इसकी रिपोर्ट भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) को सौंपनी होगी।

बगैर चिकित्सकीय निगरानी की रैपिड जांच नहीं

बगैर चिकित्सकीय निगरानी के रैपिड जांच नहीं कराई जा सकती। जिन राज्यों में कोरोना हॉटस्पॉट फिलहाल नहीं है, उन्हें भविष्य को देखते हुए जांच किट्स संभाल कर रखने को कहा गया है। इसके अलावा देश में कोरोना वायरस की रैपिड जांच (सर्विलांस) के लिए एक जैसा प्रोटोकॉल लागू कर दिया है जिसके तहत हर राज्य को कोरोना की जांच और सर्विलांस के लिए इन प्रोटोकॉल का पालन करना ही होगा। साथ ही हॉटस्पॉट क्षेत्र में सात दिन से पहले इनका इस्तेमाल नहीं किया जाएगा।

जांच में लक्षण मिलते ही अस्पताल में हो भर्ती

केंद्र सरकार के स्वास्थ्य अनुसंधान विभाग सचिव और आईसीएमआर के महानिदेशक डॉ. बलराम भार्गव ने पत्र में लिखा है कि नेशनल टास्क फोर्स पूरी दुनिया के कोरोना प्रभावित देशों पर नजर रखे हुए है। सर्विलांस से जुड़े तमाम दस्तावेज का अध्ययन करने के बाद ही देश में रैपिड जांच के लिए प्रोटोकॉल तय किए गए हैं, जिनका पालन सभी को करना है। जांच के दौरान अगर किसी में लक्षण मिलते हैं तो उन्हें तत्काल अस्पताल में भर्ती कराया जाए। सामाजिक दूरी, मास्क, हाथों की सफाई और गैरजरूरी यात्रा पर रोक का पालन भी किया जाए।