सीएम नीतीश बोले, पटना की हालत भी हो सकती है खराब, रहें अलर्ट, राजद सुप्रीमो को भी है राजनीति करने का अधिकार

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज राज्य के अलग अलग हिस्सों में बाढ़ प्रभावित इलाकों का हवाई दौरा किया। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी माना की बिहार के कई जिले बाढ़ प्रभावित हैं। इस दौरान उन्होंने डीएम पटना,गया,जहानाबाद और नालंदा को कई निर्देश दिया है। मुख्यमंत्री ने कहा की अधिकारीयों को लोगों को सहायता पहुंचाने का निर्देश दिया गया है। उन्होंने कहा की फिर इन इलाकों का दौरा करूँगा।

उन्होंने कहा की बाढ़ से फसलों का काफी नुकसान पहुंचा है. किसानों को इसका मुआवजा दिया जायेगा। उन्होंने कहा की आपदा के दौरान राज्य के खजाने पर पहला अधिकार आपदा पीड़ित लोगों का है। वर्ष 2007 से ही इस पर काम किया जा रहा है।

उधर नदियों के जोड़ने के सवाल पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कहा की यह आज बहुत जरुरी है। उन्होंने कहा कि छोटी-छोटी नदियों को जोड़ने से काफी लाभ होगा, पानी का संग्रहण हो सकेगा और जहां पानी का संकट होगा वहाँ इसमें सहायता मिलेगी। उन्होंने कहा कि अभी की परिस्थिति में लोगों को हर प्रकार से राहत पहुंचाने का कार्य किया जा रहा है। आपदा प्रबंधन विभाग एवं जल संसाधन विभाग के अधिकारी भी सर्वेक्षण के दौरान साथ थे। जो भी क्षेत्र प्रभावित हुए हैं वहां के लोगों को राहत दिलाना और सहायता पहुंचाना हमारी जिम्मेदारी है। फसलों को भी नुकसान हुआ है, पानी अधिक रहने से रोपनी के कार्य में भी दिक्कत आ रही है। जिस तरह से वर्षा हो रही है, सबको सचेत रहना है।

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा की पटना की हालत जिस तरह से वर्षा हो रही है, खराब हो सकती है। अलर्ट रहने की जरुरत है।

वहीँ जातीय जनगणना को लेकर पूछे गये सवाल का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने पत्र भेज दिया है। हमारी पार्टी के सांसदों ने अमित शाह से मिलकर भी अपनी बातें रखी है। फोन टैपिंग से जुड़े सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट इस मामले को देख रही है, वह भी इस पर अपना फैसला सुनाएगी। जो भी शिकायतें और बातें सामने आ रही हैं, उसका भी समाधान होगा।

राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के राजनीति में सक्रिय होने के सवाल पर उन्होंने कहा सबको राजनीति करने का अधिकार है।