चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी MMS कांड: पंजाब पुलिस की एसआइटी को मिला जांच का जिम्मा, यूनिवर्सिटी के 2 हास्टल वार्डन सस्पेंड

चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी में वीडियो मामले की जांच के लिए सीएम भगवंत मान के निर्देश पर पंजाब पुलिस ने तीन सदस्यीय विशेष जांच दल (एसआइटी) का गठन कर दिया है। एसआइटी का नेतृत्व आइपीएस गुरप्रीत कौर दियो करेंगी। टीम में तीनों सदस्य महिला हैं। यह जानकारी डीजीपी गौरव यादव ने दी।

गौरव यादव ने कहा कि मामले में हिमाचल से दोनों युवकों को गिरफ्तार कर लिया गया है। उन्होंने दोनों युवकों की गिरफ्तारी के लिए हिमाचल पुलिस का आभार जताया है। कहा कि दोनों युवकों के फोन व इलेक्ट्रानिक उपकरणों को जब्त कर दिया गया है। इनकी फोरेंसिक जांच की जाएगी। यादव ने मामले में लोगों से शांति बनाए रखने की भी अपील की है।

बता दें, इस मामले में आरोपित लड़की को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है। तीनों आरोपित हिमाचल के रहने वाले हैं। वहीं, घटना के बाद स्टूडेंट आंदोलित हैं। गत देर रात भी स्टूडेंट ने प्रदर्शन किया। स्टूडेंट्स का आरोप है कि चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी प्रशासन मामले को दबा रहा है और सच को छिपा रहा है।

उधर, घटना के बाद चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी प्रशासन ने 24 सितंबर तक शैक्षणिक कार्य बंद कर दिया है। इसके बाद गर्ल्स हास्टल में रहने वाली छात्राएं धीरे-धीरे अपने घरों को जाने लगी हैं। कुछ छात्राओं के अभिभावक भी आज चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी पहुंचे। वह छात्राओं को अपने साथ ले गए। कुछ अभिभावकों का कहना था कि अब वह अपनी बेटियों को हास्टल में नहीं रखना चाहते हैं।

हास्टल वार्डन सस्पेंड

चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी के हास्टल में तैनात दोनों वार्डन को यूनिवर्सिटी प्रबंधकों की ओर से सस्पेंड कर दिया गया है। हास्टल एलसी 3 में तैनात सुनीता व जसविंदर कौर को सस्पेंड किया गया है। आरोप है कि युवतियों ने वार्डन सुनीता को मामले की जांच करने के लिए कहा था, जिस पर सुनीता ने कोई एक्शन नहीं लिया। वहीं, वार्डन जसविंदर कौर पर आरोप है कि उन्होंने कार्रवाई में समय लगाया और आला अधिकारियों को इसकी सूचना नहीं दी।