तेजस्वी यादव ने राज्यपाल को सौंपा ज्ञापन, SC/ST के आरक्षण को संविधान की 9वीं अनुसूची में शामिल करने की मांग

बिहार में मंगलवार की सुबह से ही राजद में घमासान मचा हुआ है. राजद के 5 एमएलसी ने पार्टी छोड़कर जेडीयू में शामिल हो गए. इसी बीच राजनीतिक उठा-पटक के बीच तेजस्वी यादव अचनाक राजभवन पहुंच गए. तेजस्वी यादव ने राज्यपाल फागू चौहान से मुलाकात की और उन्हें ज्ञापन सौंपा। नेता प्रतिपक्ष ने राज्यपाल से बिहार सरकार की जमकर शिकायत की। इसके साथ ही तेजस्वी यादव ने राज्यपाल से एसएसी-एसटी के लिए संविधान प्रदत्त आरक्षण के प्रावधानों का कार्यान्वयन सुनिश्चित करने को लेकर पत्र सौंपा।

आरक्षण खत्म करने में लगी हैं एनडीए सरकार

तेजस्वी ने कहा कि बिहार सहित देशभर में आरक्षण और इसके विभिन्न प्रावधानों पर चौतरफा हमला किया जा रहा है. जब से एनडीए की सरकार बनी है. केंद्र सरकार और उनकी तमाम एजेंसियां आरक्षण को खत्म करने में लगी हुई हैं. इस ज्ञापन के माध्यम से उन्होंने एससी/एसटी के आरक्षण संबंधित धाराओं एवं प्रावधानों को संविधान की 9वीं अनुसूची में शामिल करने की मांग की है. तेजस्वी ने कहा कि आरक्षण कोई गरीबी उन्मूलन कार्यक्रम नहीं है बल्कि यह मूलरूप से समाज में सदियों से चली आ रही सामाजिक असमानता को समाप्त करने की व्यवस्था की गई है.

नीतीश कुमार पर विपक्ष की आवाज को दबाने का लगाया आरोप

तेजस्वी यादव ने महामहिम राज्यपाल से सीएम नीतीश कुमार की शिकायत करते हुए कहा कि बिहार में लगातार विपक्ष की आवाज को दबाया जा रहा है. इसके साथ ही पिछड़ों और गरीब गुरबा के साथ सरकार भेदभाव कर रही है. उन्होंने कहा कि सरकार बिहार का विकास छोड़कर विरोधी पार्टियों को तोड़ने में लगी है।

नीतीश कुमार को विकास से कोई मतलब नहीं

राज्यपाल से मुलाकात के बाद बाहर निकले तेजस्वी यादव ने कहा कि लॉकडाउन में मुख्यमंत्रई नीतीश कुमार घर में छुपकर यही काम कर रहे थे। नीतीश कुमार को विकास से कोई मतलब नहीं है वे केवल अपनी कुर्सी बचाने में लगे हुए है. लेकिन बिहार की जनता बेवकूफ नहीं है इस बार विधानसभा चुनाव में नीतीश कुमार को सबक सिखाएगी.