भाजपा की बिहार इकाई के पूर्व उपाध्यक्ष राजीव रंजन रविवार को जेडीयू में शामिल हो गए… पटना में जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह और प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा ने रंजन का पार्टी में स्वागत किया…

जेडीयू में शामिल होने के बाद रंजन ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि वह उन्हें दोबारा पार्टी में स्वीकार करने के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आभारी हैं। उन्होंने नीतीश कुमार की तारीफ भी की।जदयू कार्यालय स्थित कर्पूरी सभागार में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष सांसद  राजीव रंजन सिंह “ललन” जी की उपस्थिति में पूर्व विधायक राजीव रंजन अपने सहयोगियों के साथ भाजपा छोड़ जदयू में शामिल हो गएl वहीं, मीडिया से बात करते हुए ललन सिंह ने कहा कि राजीव रंजन के लिए यह घर वापसी है। हम खुश हैं कि वह अपनी पुरानी पार्टी में लौट आए हैं। उन्होंने दावा किया कि लोगों से जुड़े हुए भाजपा के कई नेता पार्टी में असहज महसूस कर रहे हैं। जेडीयू अध्यक्ष  ने कहा कि भाजपा के नेता देश में धार्मिक नफरत फैलाने में व्यस्त हैं। भगवा पार्टी को लोगों की समस्याओं से कोई लेना-देना नहीं है। उन्होंने भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार पर महंगाई और बेरोजगारी जैसे प्रमुख मुद्दों से ध्यान हटाने के लिए देश में सांप्रदायिक जहर फैलाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार की बहुप्रचारित योजना फ्लॉप हो गई हैं। राजीव रंजन बिहार के मुखर नेता माने जाते हैं। इससे पहले भी वह जेडीयू में थे, लेकिन 2015 में भाजपा में शामिल हो गए थे। वह लगातार दो बार इस्लामपुर विधानसभा क्षेत्र से विधायक रह चुके हैं। बिहार भाजपा ने बीते साल 30 दिसंबर को कहा था कि राजीव रंजन को अनुशासनहीनता के लिए पार्टी से बर्खास्त कर दिया गया है।