शराब कारोबारियों का विरोध करना किशनगंज के युवाओ को पड़ गया भारी….

बिहार में शराबबंदी का मुद्दा आयें दिन सुर्ख़ियों में रहता है। चाहे वह जनता हो विपक्षी दल हो या सताधारी दल हर किसी के जुबान पर शराब बंदी रहती ही है। बात अलग है कि शराबबंदी बिहार में कितनी प्रभावी है या नहीं है। यह  एक अलग विषय है। लेकिन शराब को लेकर यहां आए दिन कोई न कोई बवाल मचता रहता है। यहां किशनगंज में ऐसी ही एक घटना घटी है, जहां कुछ लोगों को शराब बेचने का विरोध करना महंगा पड़ गया। यहां लाइन चपरासी मुहल्ले में शराब कारोबारियों ने हथियार से लोगों की पिटाई कर दी जिस पिटाई के कारण आधा दर्जन लोग घायल हो गए। घायलों को सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

शराब बंदी कानून लागू होने के बाद आए दिन कारोबारियों द्वारा पुलिस पर हमले का मामला सामने आता रहता है। लेकिन सीमावर्ती किशनगंज जिले में शराब बेचने का विरोध करना मुहल्ले के कुछ युवकों को महंगा पड़ गया है। मामला सदर थाना क्षेत्र के लाइन चपरासी मुहल्ले का है। जहां शराब कारोबारियों के हमले में 7 लोग घायल हो गए है। घायलों को सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है। गंभीर स्थिति देखते हुए दो युवकों को पटना के pmch के लिए रेफर कर दिया गया है। एक घायल युवक ने आपबीती सुनाते हुए कहा कि शराब बेचने से मना करने पर उसकी पिटाई की गई और जान से मारने की धमकी भी दी गई। अस्पताल के डॉक्टर ने बताया कि दो लोगों की हालत गंभीर बनी हुई है।जिनको पटना मेडिकल कॉलेज और हॉस्पिटल के लिए रेफेर कर दिया गया है। वहीं सूत्रों की माने तो पूरी मारपीट की घटना के पीछे जमीनी विवाद बताया जा रहा है। अब सच्चाई क्या है यह तो पुलिस की छानबीन में ही पता चल पाएगा।