बिहार में महागठबंधन की हार के बाद कांग्रेस में अंतर्कलह शुरू हो गया है। पार्टी के खराब प्रदर्शन को लेकर पार्टी के अंदर ही बागी सुर उठने लगे हैं। वरिष्ठ कांग्रेस नेता तारिक अनवर ने गुरुवार को ट्वीट कर इन बातों का जिक्र करते हुए आला नेताओं को आत्म मंथन की सलाह दी है।
कांग्रेस के खराब प्रदर्शन से महागठबंधन की हुई हार
बिहार में कांग्रेस ने 70 सीटों से चुनाव लड़ा था लेकिन 19 सीट ही जीत पाई, जबकि 2015 के चुनाव में कांग्रेस ने 27 सीटें जीती थीं। ऐसे में कांग्रेस के खराब प्रदर्शन से महागठबंधन को इसका खामियाजा भुगतना पड़ा और वह सरकार बनाने से वंचित रह गया। तेजस्वी यादव मात्र 0.03 फीसदी वोटों के अंतर से ही मुख्यमंत्री नहीं बन पाए।
हमें सच को स्वीकार करना चाहिए
तारिक अनवर ने ट्वीट करते हुए लिखा कि हमें सच को स्वीकार करना चाहिए। कांग्रेस के कमजोर प्रदर्शन के कारण महागठबंधन की सरकार से बिहार महरूम रह गया। कांग्रेस को इस विषय पर आत्म चिंतन जरूर करना चाहिए कि उस से कहां चूक हुई? MIM की बिहार में इंटरी शुभ संकेत नहीं है।
हमें सच को स्वीकार करना चाहिए। कांग्रेस के कमज़ोर प्रदर्शन के कारण महागठबंधन की सरकार से बिहार महरूम रह गया।कांग्रेस को इस विषय पर आत्म चिंतन ज़रूर करना चाहिए कि उस से कहाँ चूक हुई ? MIM की बिहार में इंटरी शुभ संकेत नहीं है।
— Tariq Anwar (@itariqanwar) November 12, 2020
कांग्रेस के खराब प्रदर्शन से तेजस्वी नहीं बन सके मुख्यमंत्री
वहीं दरभंगा के जाले विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस के दावेदार रहे ऋषि मिश्रा ने कहा कि कांग्रेस के खराब प्रदर्शन की वजह से तेजस्वी यादव मुख्यमंत्री नहीं बन सके हैं। उन्होंने कहा कि पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष मदन मोहन झा खुद मिथिलांचल की राजनीति करते हैं, लेकिन वहां की 30 सीटों पर कांग्रेस एक भी चुनाव नहीं जीती है।
कांग्रेस ने हार का ठीकरा आरजेडी के माथे पर फोड़ा
कांग्रेस ने हार का ठीकरा आरजेडी के माथे पर फोड़ा है. तो वही माले ने हार का जिम्मेवार कांग्रेस को बताया है. कांग्रेस ने 70 सीटों पर चुनाव लड़ी थी, लेकिन सिर्फ 17 सीटें ही जीत पाई. कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य अखिलेश सिंह ने कहा कि कांग्रेस की हार की जिम्मेवारी सभी की है. अखिलेश ने कहा कि हमलोग जो सीटें चाहते थे वह हमलोगों को नहीं मिली. जिसके कारण पार्टी की हार हुई. इसकी समीक्षा की जा रही है.
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