लोकसभा की 543 सीटों के लिए मंगलवार को सुबह आठ बजे से शुरू होगी वोटो की गिनती, 12 बजे आ सकता पहला नतीजा; क्या नेहरू के रिकॉर्ड की बराबरी कर पाएंगे नरेंद्र मोदी?

लोकसभा चुनाव 2024 अंजाम तक पहुंचने वाला है. मंगलवार को वोटों की गिनती से पहले तैयारियां पूरी हो गई हैं. 80 दिन की प्रक्रिया के बाद 51 पार्टियों के 8360 उम्मीदवारों की किस्मत का फ़ैसला होगा. 7 चरणों में 543 सीटों पर हुए मतदान के बाद मंगलवार को लोकसभा चुनाव के नतीजे आ रहे हैं. इसके साथ ही साफ हो जाएगा कि देश के सिंहासन पर कौन काबिज होगा. एक तरफ एनडीए है तो दूसरी तरफ इंडिया गठबंधन, हालांकि एग्जिट पोल्स ने एक बार फिर मोदी सरकार की वापसी का अनुमान जताया है. चुनाव आयोग सुबह 8 बजे वोटों की गिनती शुरू करेगा. सबसे पहले पोस्टल बैलेट की गिनती होगी और उसके बाद ईवीएम के वोट गिने जाएंगे. लोकसभा चुनाव के साथ आंध्र प्रदेश और ओडिशा विधानसभा चुनाव के नतीजे भी घोषित होंगे।

एग्जिट पोल्स के मुताबिक- एक बार फिर से मोदी सरकार आ रही है, लेकिन एनडीए 400 पार जाती नहीं दिख रही है. एनडीटीवी के ‘पोल ऑफ पोल्‍स’ (Poll of Exit Polls) में सभी एग्जिट पोल्‍स का निचोड़ सामने आया है. एनडीटीवी के पोल ऑफ पोल्‍स के आकलन के मुताबिक एनडीए को 365 सीटें, इंडिया गठबंधन को 146 सीटें और अन्य को 32 सीटें मिलने की संभावना है. लोकसभा की कुल 543 सीटें हैं और बहुमत के लिए 272 सीटें जरूरी है।

क्या मौजूदा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी लगातार तीसरी बार सत्ता में आकर देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू के रिकार्ड की बराबरी कर लेंगे या फिर साल 2004 की तरह ही कुछ ऐसे चौंकाने वाले नतीजे सामने आएंगे, जिसकी उम्मीद विपक्षी ‘इंडिया’ गठबंधन कर रहा है।

लोकसभा चुनाव परिणाम से पहले इंडिया गठबंधन के नेताओं ने दावा किया है कि वो कम से कम 295 सीटों पर जीत दर्ज करेंगे। मल्लिकार्जुन खड़गे ने रविवार को कहा था कि इंडिया गठबंधन की 295 सीटें आएंगी जबकि बीजेपी दावा कर रही है कि वो अकेले 370 सीटों पर जीत दर्ज करेगी।

कांग्रेस ने सोमवार को कहा कि विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ के घटक दलों के नेता लोकसभा चुनाव के नतीजे घोषित होने के बाद इस संबंध में बैठक करेंगे। पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने यह जानकारी देने के साथ ही उन खबरों को खारिज कर दिया जिनमें कहा गया था कि चुनाव परिणाम के बाद ‘इंडिया’ गठबंधन के नेता बैठक कर आकलन करेंगे तथा राष्ट्रपति से मिलने के अलावा संवादददाता सम्मेलन को संबोधित करने या विरोध प्रदर्शन करने समेत कई विकल्पों पर भी विचार कर सकते हैं

लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान पीएम नरेंद्र मोदी ने पश्चिम बंगाल और ओडिशा में ताकत बढ़ाने के बीजेपी के प्रयासों का नेतृत्व किया। बीजेपी को इन दोनों ही राज्यों में बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद है। साल 2019 के विधानसभा चुनाव में ओडिशा में भाजपा दूसरी सबसे बड़ी ताकत के रूप में उभरी थी, वहीं इस बार एग्जिट पोल के अनुमानों में इन दोनों ही राज्यों में भाजपा को शीर्ष पर दिखाया गया है। ओडिशा में विधानसभा चुनाव और लोकसभा चुनाव एक साथ ही हुए हैं।

इस बात पर लगातार बहस हो रही है कि क्या बीजेपी तमिलनाडु और वाम शासित केरल में एक मजबूत ताकत के रूप में उभर पाएगी। इन दोनों ही राज्यों में वर्तमान में उसके पास कोई सीट नहीं है। इस बार उसके इन दोनों राज्यों में कुछ सीटें जीतने का अनुमान जताया गया है।