कोर्ट से ESIC ने कहा कि बिहार में कोरोना की तीसरी लहर को रोकने के लिए सेना की जरूरत पड़ सकती है

कोरोना वायरस की तीसरी लहर की आहट के साथ कुछ राज्यों में डेल्टा प्लस वेरिएंट ने दस्तक देनी शरू कर दी है। हालांकि इससे पहले केंद्र सरकार की तैयारी शुरू हो चुकी है। वहीं आज पटना हाईकोर्ट में कोरोना समीक्षा को लेकर सुनवाई हुई। कोर्ट में सुनवाई के दौरान ईएसआईसी ने कहा कि कोरोना की तीसरी लहर को रोकने के लिए सेना की जरूरत पड़ सकती है।

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस संजय करोल की अध्यक्षता में कोविड मामलों में सुनवाई हुई। कोर्ट ने अस्पताल, डॉक्टरों और दवा को लेकर सरकार से सूची मांगी है।

सुनवाई के दौरान कोर्ट ने अस्पताल प्रशासन से डॉक्टरों, स्टाफ, नर्सेज, वार्ड ब्‍वॉय, तकनीशियनों के संबंध में पूरी जानकारी मांगी है।

इधर, ईएसआईसी ने कहा कि अगर बिहार में कोरोनावायरस की तीसरी लहर सामने आती है तो, सेना की जरुरत पड़ सकती है। अस्पताल से हाईकोर्ट से इस मसले पर हलफनामा भी दाखिल करने की मांग की है. बता दें कि बिहार में 9 जून को इस मामले में सुनवाई हुई थी।

इससे पहले हाईकोर्ट ने सुनवाई करते हुए कहा कि कोरोना का पूरा डेटा पोर्टल पर अपलोड हो। कोर्ट ने आगे बिहार सरकार से पूछा था कि कितने पोर्टल कोविड और उससे संबंधित मरीजों, उनकी मृत्यु और अन्य आंकड़े वाले हैं।