बिहार के सभी जिलों के मुखिया को एक और और शक्ति दी गई …इस फैसले से किसानों को राहत मिलने की उम्मीद…

बिहार के सभी जिलों के मुखिया को एक और और शक्ति दी गई है। बता दे अब मुखिया फसलों को नुकसान पहुंचाने वाले घोडपरास या जंगली सुअर को शूट आउट करवा सकते है। इसके बाद कुछ प्रक्रिया पूरी कर शूट आउट करवाने के साथ ही शव को दफन करवाने की भी जिम्मेवारी मुखिया की ही होगी।

लेकिन दोनों जानवरों को शूट आउट करने के लिए शूटर की खोज मुखिया को नही करनी है। इसके लिए सरकार ने शूटरों की बकायदा सूची जारी कर दी है। वही सरकार के इस कदम से उन किसानों को राहत मिलने की उम्मीद है जिनकी फसल ये जानवर बर्बाद कर देते हैं।

ये दोनों जानवर भ्रमणशील होते है। ये जानवर फसलों को अपना भोजन बनाते है। ये दोनों जानवर मक्का, आलू और अन्य फसलों को खा कर अपनी भूख मिटाते है। जिससे किसानों की कड़ी मेहनत से खेतों में लहलहाती फसलों को निवाला बनाकर ये दोनों जंगली जानवर अपना पेट भर लेते है। जिससे किसानों की मेहनत पर पानी फिर जाता है। काफी समय से इन जानवरों से किसान परेशान है। यह समस्या राज्य के कई जिले के है। जिसमें से सीतामढ़ी जिले के भी कई प्रखंडों के किसान इन दोनों जानवरों के फसलों को क्षति पहुंचाने से सालों से परेशान है।