ED ने बिहार के जाने माने जेल में बंद बिल्डर अनिल कुमार उर्फ अनिल सिंह के 46.85 लाख रुपए को ज़ब्त कर लिया है। यह कार्रवाई पटना में हुई है। इस बात की पुष्टि मंगलवार शाम ED ने की है। दरअसल, इस कार्रवाई के लिए एक आदेश जारी किया गया था। 46 लाख, 85 हजार 928 रुपए अनिल सिंह के बैंक अकाउंट में जमा थे, जिसे आदेश मिलते ही जब्त कर लिया गया।
प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने यह कार्रवाई धन शोधन निवारण अधिनियम (PMLA Act) 2002 के प्रावधानों के तहत की है। जेल में बंद अनिल कुमार, पाटलिपुत्र बिल्डर्स लिमिटेड और उसके दूसरे ग्रुप के MD हैं। कार्रवाई से पहले 29 अक्टूबर 2021 को भी ED ने पाटलिपुत्रा बिल्डर्स के नाम वाली 2.62 करोड़ की संपत्ति को जब्त किया था ।
इन केस में दाखिल हो चुकी है चार्जशीट
ग़ौरतलब है कि बिल्डर अनिल सिंह के खिलाफ पटना के कोतवाली और आलमगंज थाना में अलग-अलग FIR पहले से दर्ज है। कोतवाली में केस नंबर 316/14 में 31 दिसंबर 2019 को ही पुलिस चार्जशीट दाखिल कर चुकी है। आलमगंज के केस में भी चार्जशीट कोर्ट में दाखिल किया जा चुका है। इन दोनों केस के आधार पर ED ने अपनी जांच शुरू की थी।
अनिल सिंह के ऊपर धोखाधड़ी, बेईमानी, घर खरीदारों से किए गए वादों को पूरा नहीं करना, जनता का पैसा हड़पना, जबरन वसूली, हत्या के प्रयास और आर्म्स एक्ट के तहत गंभीर आरोप लग चुके हैं। इनके ऊपर और भी कई आपराधिक मामले दर्ज हैं। अनिल कुमार उर्फ अनिल कुमार सिंह को “द न्यूजपेपर्स एंड पब्लिकेशन्स लिमिटेड” के कर्मचारियों को 9,47,18,011.59/- रुपए देना था। मगर, यह रुपए उन्होंने नहीं दिए। आरोप है कि इन्हीं रुपए से इन्होंने अपनी कंपनी पाटलिपुत्रा बिल्डर्स लिमिटेड के नाम पर संपत्तियों को खरीदा और उसके रुपए गबन कर दिए।
ED का दावा है कि जांच के दौरान अनिल सिंह सहयोग नहीं कर रहे थे। वह जानबूझकर PMLA के तहत जारी समन की अनदेखी कर रहे थे। बयान देने से बच रहे थे, जिससे उनके विरुद्ध चल रही जांच में देरी हो रही थी। इस वजह से ही 7 सितंबर 2021 को ED ने अनिल कुमार उर्फ अनिल कुमार सिंह को पटना से गिरफ्तार किया था। इसके बाद 1 नवंबर 2021 को ED ने भी अपनी चार्जशीट दाखिल कर दी थी।
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