एनआईए के छापे के विरोध में पीएफआई की गुंडागर्दी…. पुलिसकर्मियों पर किया हमला………

तिरुवनंतपुरम में PFI ने आज NIA के छापेमारी के खिलाफ बंद का आह्वान किया था। मिली जानकारी के अनुसार बंद का समर्थन कर रहे लोगों ने एक ऑटो-रिक्शा और एक कार को कथित रूप से क्षतिग्रस्त कर दिया। साथ ही ताजा जानकारी के अनुसार बंद समर्थकों ने पुलिसकर्मियों पर भी हमला किया है। पुलिस ने एनआईए के छापे के आह्वान पर राज्यव्यापी हड़ताल के तहत एक विरोध प्रदर्शन के दौरान दुकानों और वाहनों में तोड़फोड़ करने के आरोप में पांच पीएफआई कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया।

बता दें कि गुरुवार को एनआईए, ईडी और राज्य पुलिस बलों की एक संयुक्त टीम ने छापेमारी कर पीएफआई के कई नेताओं को गिरफ्तार कर लिया है। इस कार्रवाई के विरोध में पीएफ़आई के प्रदेश महासचिव ए अब्दुल सत्तार ने कहा है कि केंद्रीय एजेंसियों की कार्रवाई के विरोध में केरल में शुक्रवार को हड़ताल का आह्वान किया गया था। उन्होने एक बयान में कहा कि राज्य समिति ने महसूस किया कि संगठन के नेताओं की गिरफ्तारी ‘राज्य प्रायोजित आतंकवाद’ का हिस्सा थी। उन्होंने कहा क‍ि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के कंट्रोल वाली फासीवादी सरकार की ओर से केंद्रीय एजेंसियों का इस्तेमाल करके असहमति की आवाज को दबाने का प्रयास किया जा रहा है।

बता दें कि एनआईए की यह कार्रवाई देश में आतंकी गतिविधियों का कथित तौर पर समर्थन को रोकने के लिए की गई थी। बीजेपी की प्रदेश इकाई ने आज के हड़ताल को अनावश्यक बताया और राज्य सरकार से इसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का आग्रह किया है। बीजेपी की प्रदेश इकाई के प्रमुख के. सुरेंद्रन ने आरोप लगाया कि पीएफआई की ओर से पूर्व में बुलाई सभी हड़ताल में दंगे हुए हैं। उन्होंने कहा कि राज्य के प्राधिकारियों को लोगों के जीवन और संपत्ति की पर्याप्त सुरक्षा करने के लिए व्‍यवस्‍था करनी चाहिए।

गुरुवार को एनआईए, ईडी और राज्य पुलिस बलों की एक संयुक्त टीम ने 100 से अधिक पीएफआई के नेताओं को गिरफ्तार किया। न्यूज एजेंसी एएनआई के अनुसार संयुक्त टीम ने 10 राज्यों में छापेमारी की।  इस दौरान केरल से सबसे अधिक 22 लोगों को गिरफ्तार किया गया। वहीं महाराष्ट्र और कर्नाटक से 20, आंध्र प्रदेश से 5, असम से 9, दिल्ली से 3, यूपी से 8 और राजस्थान से 2 लोगों को गिरफ्तार किया है।