आपकी भी चाहत है कि हर कोई आपको पसंद करे, तो पढ़िए कैसे बनाए अपने पर्सनालिटी को आकर्षक और दमदार।

आज का दौर दिखावे का दौर है। आज हर कोई अच्छा दिखना चाहता है। हर किसी की चाहत होती है कि उसकी एक अलग पहचान हो। इसी अलग पहचान को बनाने के दरमियान लोग कई बार ऐसी गलती कर बैठते हैं। जिसके कारण उन्हें मजाक का पात्र बनना पड़ जाता है।

नमस्कार मैं हूं सिद्धार्थ पांडे आज आप सभी के बीच उपस्थित हूं एक लेख लेकर। जिसमे आप जान जानेंगे कि व्यक्तित्व जिसे अंग्रेजी में पर्सनालिटी कहते हैं आखिर वह क्या होती है? किन किन चीजों से मिलकर हमारा व्यक्तित्व बनता है? और हम अपने पर्सनालिटी को आकर्षक और दमदार कैसे बना सकते हैं? तो चलिए जानते हैं।

1. पर्सनालिटी क्या है?

दोस्तो पर्सनालिटी किसी एक चीज या वस्तु का नाम नहीं है। यह एक मिश्रण हैं। जिसमे काफी चीजें आ जाती हैं। सामान्य अर्थ में व्यक्तित्व से तात्पर्य शारीरिक रंग-रूप, वेश -भूषा, सामान्य बातचीत के ढंग तथा कार्य व्यवहार से लगाया जाता है। अंग्रेजी शब्द personality शब्द लैटिन भाषा के शब्द पर्सौना(Parsons) से बना है जिसका अर्थ मुखोटा है। पर्सोना शब्द का अभिप्राय उस पहनावें या वेषभूषा से था जिसे पहनकर नाटक के पात्र रंगमंच पर किसी अन्य व्यक्ति का अभिनय करते थे।अतः personality शब्द का शाब्दिक अर्थ व्यक्ति के बाहरी दिखावे मात्र को दर्शाता है।

2. किन किन चीजों से मिलकर तैयार होता है हमारा पर्सनालिटी?

हर मनुष्य का अपना-अपना व्यक्तित्व है। वही मनुष्य की पहचान है। मनु्ष्यों की भीड़ में भी वह अपने निराले व्यक्तित्व के कारण पहचान लिया जाएगा। यही उसकी विशेषता है। यही उसका व्यक्तित्व है। प्रकृति का यह नियम है कि एक मनुष्य की आकृति दूसरे से भिन्न है। आकृति का यह जन्मजात भेद आकृति तक ही सीमित नहीं है; उसके स्वभाव, संस्कार और उसकी प्रवृत्तियों में भी वही असमानता रहती है। हमारे व्यक्तित्व का निर्धारण कई चीजों के मिलने से होता है- आकृति,चेहरे का बनावट, रंग रूप,स्वभाव,संस्कार, हमारी बोली और हमारा पहनावा।

3. कैसे बनाए अपने पर्सनालिटी को दमदार और आकर्षक?

चेहरे के आकृति,रंग और रूप में हम बदलाव नहीं कर सकते पर जीवन में कुछ नियमो को अपना कर हम सभी के दिलो पर अपना राज कर सकते हैं। तो आइए जानते हैं कि वे नियम कौन से हैं।

अ. दुनिया में आपको दूसरों में बुराइयां निकलने वाले बहुत मिल जायेंगे। पर आपको ऐसे लोग बहुत कम मिलेंगे जो किसी की अच्छाइयों को बता किसी का मनोबल बढ़ाते होंगे। तो पहला नियम किसी को उसकी बुराइयां बताकर कर उसे मायूस करने की जगह आप उसके खुशियों का कारण बनने का प्रयास कीजिए।

ब. दुनिया में सबसे बड़ा धन इज्जत को कहा गया है। तो अपने व्यक्तित्व को दमदार और आकर्षक बनाने का दूसरा नियम है। आप खुद को इज्जत देना शुरू कीजिए। क्योंकि जो खुद की इज्जत नहीं करते हैं दुनिया भी उनकी इज्जत नहीं करती। वहीं जाइए जहां इज्जत हो । इज्जत की रक्षा के लिए चाहे किसी से लड़ना भी पड़े तो पीछे मत हटिए। हां पर इसका मतलब यह नहीं की छोटे छोटे बातों पर आप सबसे लड़ना शुरू कर दें। खुद की इज्जत के साथ दूसरो की इज्जत भी करिए। जब आप इस नियम को अपनाएंगे तो शुरुवात में कुछ दिक्कतें आपको होंगी परंतु लगातार इसके अभ्यास से आप देखोगे की आप में विनम्रता और सहनशीलता का गुण विकसित हो गया है। जो आपको कामयाबी के शिखर तक पहुंचाएगा।

स. हम प्रतिदिन अपने विचारो का आदान प्रदान जिस माध्यम से करते हैं वह भाषा कहलाती है। भाषा के बगैर हम जीवन की कल्पना भी नहीं कर सकते। आज अगर पूरे विश्व के साथ संचार संभव है तो उसका श्रेय भाषा को ही जाता है। साइकोलॉजी कहता है कि हमारी भाषा, बात करने की शैली सुनने वाले पर 40 प्रतिशत प्रभाव डालता है। यानी कि हमारा परिचय हमारी भाषा ही दे देती है। इसलिए कभी भी किसी के लिए बुरे शब्दो का प्रयोग न करें हमेशा शब्दो का सोच समझकर ही चयन करें क्योंकि एक बार जो हम बोल देते हैं उसे किसी भी तरह से फिर वापस नही ले पाते। इसलिए हमेशा संयमित होकर ही किसी को कुछ बोलें।

द. हम अपने रंग रूप, शरीर की बनावट में बदलाव तो नही कर सकते हां परंतु हम अपने पहनावे से अपने शरीर को आकर्षित जरूर बना सकते हैं। हमेशा साफ कपड़ा पहनिए।आपके वस्त्र न ज्यादा टाइट और ना ही ज्यादे ढीले होने चाहिएं। हमेशा अपने साइज के कपड़ो को खरीदने का प्रयास कीजिए। किसी खास मौके पर जाने के दौरान हमेशा साफ और स्त्री किए हुए कपड़े ही पहनिए।

बाते तो और भी हैं जिनसे आपकी पर्सनालिटी और बेहतर होगी परंतु थोड़ा थोड़ा करके सीखना ज्यादा कारगर सिद्ध होता है। मिलेंगे फिर आपसे अगले शनिवार को तब तक के लिए लेते हैं आपसे इजाजत और कहते हैं आपको अलविदा।