Category: Blog
जलवायु परिवर्तन से जलवायु न्याय की ओर भारत के बढ़ते कदम: भूपेंद्र यादव
जलवायु परिवर्तन पर अंतर-सरकारी पैनल की नवीनतम रिपोर्ट में जलवायु परिवर्तन को सबसे गंभीर अंतरराष्ट्रीय मुद्दों में से एक माना गया है। हालांकि, इसकी शुरुआत…
गांधी, खादी और आत्मनिर्भर भारत
भारत की आजादी की लड़ाई के महानायक महात्मा गांधी ने बहुत जल्दी ही यह समझ लिया था कि ब्रिटिश हुकूमत के खिलाफ लड़ाई सिर्फ हौसले…
आगा खां परिवार की बेटियां…
आगा अपने व्यक्तिगत जीवन में भी एक बहुत ही प्रगतिशील इंसान और औरतों की शिक्षा के सच्चे समर्थक थे। उन्होंने अपनी दोनों बेटियों को सर्वोत्तम…
7 अगस्त को स्वदेशी आंदोलन की स्मृति में मनाया जाता है हथकरघा दिवस, राज्यों में हथकरघा उद्योग किसी ना किसी रूप में है मौजूद
भारत एक ऐसा देश है जिसकी विविधता के इतने रंग है कि गिनने लगेें तो गिनती भूल जाएं। कहते हैं कि भारत में हर दस…
जम्मू-कश्मीर में नई सुबह की परिभाषा है, हर ओर सबका साथ, सबका विकास, डॉ संजय जायसवाल
सबका साथ, सबका विकास यानी सभी के सहयोग से चलने वाली और सभी को विकास यात्रा में भागीदार बनाने वाली सरकार। 2014 से इसी सिद्धांत…
टोक्यो ओलम्पिक और भारत की दावेदारी
-समी अहमद शुक्रवार, 23 जुलाई से शुरू हो रहे 32वें ओलम्पिक की 500 स्पर्धाओं में भाग लेने दुनिया भर के 200 से अधिक देशों के…
नए भारत के लिए जरूरी सुधार : निर्मला सीतारमण
इस वर्ष भारतीय अर्थव्यवस्था को मुक्त करने, यानी खुला बाजार अपनाने के 30 साल पूरे हो रहे हैं। जैसा कि कुछ लोग तर्क देंगे, यह…
तकनीकी छलांग मोबिलिटी का भविष्य – शेयर्ड, कनेक्टेड और इलेक्ट्रिक
चेतक, स्पेक्ट्रा, बुलेट, यज्दी्, लूना, राजदूत – ये नाम दशकों से भारतीय परिवारों का एक अभिन्न हिस्साप रहे हैं। हिमाचल प्रदेश के पहाड़ी इलाकों से…
योग दर्शन : योग फॉर वेल बीइंग
योग का महत्व सदियों से रहा है। योग विज्ञान का जन्म हजारों वर्ष पूर्व हुआ था। योग भारत की धरोहर है। ऋग्वेद में भी योग…
मुस्लिम समाज के पिछड़ने का कारण, पिछले पड़ाव से लगाव
मुशर्रफ़ अली मानव की विकास यात्रा में अनेक पड़ाव आये हैं जिन्होने उसकी ज़िंदगी में अहम बदलाव किये हैं। जब मानव का पहला पूर्वज पेड़ों…
बदलाव की अभिलाषा से प्रेरित एक कहानी
अमिताभ कान्त लेखक नीति आयोग के सीईओ हैं। अच्छा भोजन लोगों को या कुछ मामलों में, राष्ट्रों तक को एक साथ लाने में कभी असफल…
हरित शहरी भारत/हरित शहरों की ओर/भविष्य के शहरों को स्वरूप देना
“प्रकृति के साथ शांति बनाना 21वीं सदी के लिए निर्धारित कार्य है, हर किसी के लिए, हर स्थल पर, इसके लिए सर्वोच्च प्राथमिकता होनी चाहिए।”–…
148 साल बाद होने जा रहा है, शनि जयंती और सूर्य ग्रहण का अद्भूत संयोग, जानिए इससे जुड़ी कुछ खास बात
देश में 148 साल बाद आज शनि जयंती और सूर्य ग्रहण का अद्भूत संयोग बनने जा रहा है। इससे पहले शनि जयंती पर सूर्य ग्रहण…
पर्यावरण प्रबंध की खोज …
अतीत से ही पर्यावरण का महत्व रहा है। हजारों वर्षों से पर्यावरण प्रबंध आचरणपरक होने के कारण जीवन शैली का अंग बन गया था। फलत:…
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