- कोरोना के इलाज के लिए आगे आयें एमबीबीएस डॉक्टर-डॉ. प्रभात रंजन
- कोई भी एमबीबीएस डॉक्टर कर सकता है कोरोना का इलाज-डॉ. प्रभात रंजन
- देश के पहले कोविड-19 होम आइसोलेशन वर्चुअल पेशेंट सहायता केन्द्र का पटना में लोकार्पण
COVID-19 को लेकर कई तरह की भ्रांतियां आम लोगों से लेकर चिकित्सकों तक के बीच है। दरअसल कोरोना महामारी और COVID-19 से डरने की नहीं, इसे समझने की जरूरत है। कोई भी MBBS डॉक्टर कोरोना का इलाज कर सकता है। अगर कोरोना का इलाज सभी चिकित्सक करना शुरू कर दें और हर गांव, मोहल्ले के सभी क्लिनिक और अस्पताल में कोरोना का इलाज सहज और सुलभ उपलब्ध हो जाए तो ज्यादा से ज्यादा से लोगों की जान तो बचेगी हीं कोरोना को लेकर उनके अंदर पनपे डर को भी खत्म किया जा सकेगा।स्पेशल अस्पतालों की जरूरत सिर्फ उन मरीजों को है, जो अति गंभीर रूप से बीमार हैं, और ऑक्सीजन की जरूरत है। इन दिनों कोरोना का डर चिकित्सकों में भी दिख रहा है, साथ हीं कोरोना के इलाज को लेकर भी चिकित्सक गाइडलाइन की बात कर इलाज से परहेज कर रहे हैं, जो सही नहीं है। उक्त बातें डॉक्टर प्रभात रंजन डायग्नोस्टिक एंड रिसर्च सेंटर के निदेशक और बिहार के प्रख्यात पैथोलॉजिस्ट डॉ. प्रभात रंजन ने कंकड़बाग के मलाही पकड़ी चौक के पास COVID-19 होम आइसोलेशन वर्चुअल पेशेंट सहायता केन्द्र के लोकार्पण समारोह के दौरान कही।
कोई भी एमबीबीएस डॉक्टर कर सकता है कोरोना का इलाज-डॉ. प्रभात रंजन
उन्होंने आगे कहा कि एमबीबीएस की डिग्री के दौरान शपथ पत्र में यह जिक्र होता है कि मरीजों का इलाज करके आपको अपना ज्ञानवर्धन करना है, और उस ज्ञान का उपयोग दूसरे मरीज की चिकित्सा में करनी है। इसके अनुसार कोई भी एमबीबीएस डॉक्टर कोरोना का इलाज कर सकता है।
इस आपदा की घड़ी में सभी MBBS चिकित्सकों को आगे बढ़कर कोरोना की चिकित्सा शुरू करनी चाहिए। उन्हें कोरोना के खौफ से बाहर निकलने और भ्रांतियों से बचने की जरूरत है। उन्होंने आगे कहा कि इससे पहले भी कई तरह की बिमारियां रही हैं, जिसे समाज में भय व्याप्त था। चिकित्सकों ने लोगों के अंदर से उसका भय निकाला। कुछ सालों पहले तक कुष्ठ और एड्स जैसी बीमारी के बारे में भी कई तरह की भ्रांतियां थी। उन्होंने यह भी कहा कि इस आपदा की घड़ी में चिकित्सकों का सबसे बड़ा फर्ज चिकित्सा के जरिये लोगों की सेवा करना है। मैं भी इसी कारण कोविड मरीजों की सेवा में लगा हूं। मैने अब तक 3 हजार से अधिक लोगों को कोविड को लेकर सलाह दी है, और इनमें से सभी ठीक होकर सामान्य जिंदगी में लौट चुके हैं।
डॉ. सहजानंद ने किया इस केन्द्र का लोकार्पण
देश के सबसे पहले कोविड-19 होम आइसोशन वर्चअल पेशेंट सहायता केन्द्र का लोकार्पण बिहार के सुप्रसिद्ध चिकित्सक डॉ. सहजानंद द्वारा किया गया। इस मौके पर डॉ. सहजानंद ने डॉ. प्रभात रंजन के कार्यां की सराहना की और कहा कि यह सहायता केन्द्र कोविड मरीजों के लिए मील का पत्थर साबित होगा।
वहीं इस मौके पर पदम श्री प्राप्त डॉ जे के सिंह भी उपस्थित रहे डॉ. जेके सिंह ने कहा कि कोविड।कोविड-19 होम आइसोलेशन वर्चुअल पेशेंट सहायता केन्द्र से इस महामारी को लेकर जागरूकता भी आएगी और लोगों के अंदर का डर भी खत्म होगा। सहायता केन्द्र की शुरूआत फिल्म कलाकार फूल सिंह द्वारा गणेश जी की आरती से की गयी। इस मौके पर वरिष्ठ गाइनोकोलॉस्टि डॉक्टर संजीव एवं डॉक्टर कुमारी अनुराग भी उपस्थित रही कई जानी मानी हस्तियां मौजूद रहीं।
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