केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा आज सुबह 8.00 बजे जारी आंकड़ों के मुताबिक भारत में कोरोना वायरस के मामलों की संख्या पिछले 24 घंटों में 61,408 नए मामले आने के बाद बढ़कर इसके 31,06,349 हो गई है। साथ ही संक्रमण से 24 घंटों में 836 लोगों की मौत के नए मामले आने के बाद देश में अब तक 57,542 लोगों की मौत हो चुकी है, देश के 33 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के सामने आए मामलों में 7,10,771 सक्रिय हैं। जबकि 23,38,036 लोग ठीक/ डिस्चार्ज या माइग्रेट हुए हैं।
बिहार में कोरोना वायरस के 2,247 नए मामलों के साथ कुल मामले हुए 1,12,759
बिहार में स्वास्थ विभाग के द्वारा कल शाम 4 बजे ट्विट कर जारी सुचना के अनुसार अपडेट में कोरोना वायरस के विभिन्न जिलों के 2,247 नए मामले सामने आए जिसके बाद संक्रमण के कुल मामलों की संख्या 1,12,759 हो गई। बिहार में सक्रिय मामलों की संख्या 23,091 है जबकि कल शाम 4 बजे जारी आकड़ो के मुताबिक अभी तक इस संक्रमण से 98,455 लोग ठीक/ डिस्चार्ज या माइग्रेट हुए हैं। वहीं अबतक 610 लोगों की मौत हुई है।
#COVIDー19 Updates Bihar:
(शाम 4 बजे तक)➡️विगत 24 घंटे में कुल 1,01,036? सैम्पल की जांच हुई है।
➡️अबतक कुल 98,454 मरीज ठीक हुए हैं।
➡️ वर्तमान में COVID19 के active मरीजों की संख्या 23,091 है।
➡️बिहार में कोरोना मरीजों का रिकवरी प्रतिशत 80.60 है।#BiharHealthDept #COVID19 pic.twitter.com/ev580hhEKn
— Bihar Health Dept (@BiharHealthDept) August 23, 2020
बिहार के स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक राज्य में अबतक पटना में सर्वाधिक 18649, मुज़फ्फरपुर में 5221, बेगूसराय में 4832, भागलपुर में 4816 और नालंदा में 4293 केस रिपोर्ट हुए हैं। गौरतलब है कि अब तक कुल 22,00,739 से अधिक सैंपल्स की जाँच की जा चुकी है।
आखिर कब तक खत्म होगी कोरोना महामारी, जानिए डब्ल्यूएचओ का जवाब
डब्ल्यूएचओ के प्रमुख टेड्रोस एदानोम गेब्रेसस ने उम्मीद जताई है कि कोरोना की महामारी दो साल के भीतर खत्म हो जाएगी। वर्ष 1918 में फैले स्पेनिश फ्लू की महामारी दो साल से ज्यादा वक्त तक दुनिया में कहर बरपाती रही थी। दटेड्रोस ने इसे धरती पर सदियों में एक बार आने वाला वैश्विक संकट बताया। उन्होंने कहा कि वैश्वीकरण के इस दौर में कोरोना स्पेनिश फ्लू की तुलना में बेहद तेजी से पूरी दुनिया में फैल गया। आज दुनिया में ऐसी तकनीक हैं, जो ऐसी महामारी से लड़ सकती हैं, लेकिन तब ऐसी सुविधाएं भी नहीं थीं। डब्ल्यूएचओ के आपदा
प्रमुख डॉ. माइकेल रेयान ने कहा कि 1918 के फ्लू की दुनिया में तीन लहरें आई थीं और इनमें दूसरी लहर सबसे ज्यादा खतरनाक थी। हालांकि उन्होंने कहा कि उन्हें ऐसा नहीं लगता है कि कोविड-19 भी इसी पैटर्न पर आगे बढ़ेगा। रेयान ने कहा कि वैसे तो वायरस मौसम के हिसाब से अपनेआप कमजोर पड़ने लगता है, लेकिन कोरोना वायरस के मामले में अब तक ऐसा नहीं देखा गया है।
देश में कोरोना वायरस का कहर लगातार बढ़ता ही जा रहा है। अगस्त महीने में कोरोना वायरस के जितने मामले सामने आ रहे हैं, ऐसा लग रहा है कि भारत में कोविड-19 अपने पीक की ओर बढ़ रहा है। आज सुबह के आंकड़ों की बात करें तो 24 घंटे में देश में कोरोना वायरस के करीब 70 हजार मामले दर्ज किए गए हैं और वहीं 945 लोगों की मौतें हुईं हैं।
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