केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा आज सुबह 8.00 बजे जारी आंकड़ों के मुताबिक भारत में कोरोना वायरस के मामलों की संख्या पिछले 24 घंटों में बढ़कर 1,73,763 हो गई है। साथ ही देश में संक्रमण से अब तक 4971 लोगों की मौत हो चुकी है, देश के 33 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के सामने आए मामलों में 86422 सक्रिय हैं। जबकि 82370 लोग ठीक/ डिस्चार्ज या माइग्रेट हुए हैं।
बिहार में कोरोना वायरस के 174 नए मामलों के साथ कुल मामले हुए 3359
बिहार में स्वास्थ विभाग के द्वारा कल शाम ट्विट कर जारी सुचना के अनुसार अपडेट में कोरोना वायरस के विभिन्न जिलों के 174 नए मामले सामने आए जिसके बाद संक्रमण के कुल मामलों की संख्या 3359 हो गई। बिहार में अभी तक इस संक्रमण से 1209 लोग ठीक हुए हैं और 17 लोगों की मौत हुई है जबकि सक्रिय मामलों की संख्या 2133 है। गौरतलब है कि अबतक बिहार में 3 मई 2020 के बाद आए प्रवासियों में COVID-19 पॉजिटिव संख्या 2310 है।
#BiharFightsCorona
2nd update of the day.
➡️84 more #COVIDー19 +ve cases in Bihar taking the total to 3359. The details are as following. We are ascertaining their trail of infection.#BiharHealthDept pic.twitter.com/hCJzIEKDxL— Bihar Health Dept (@BiharHealthDept) May 29, 2020
बिहार के स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक, इन नए मामलों में से भागलपुर में सर्वाधिक 25, शेखपुरा में 20 और जहानाबाद में 19 मामले सामने आए हैं। वहीं, शुक्रवार को मधुबनी में 14, पूर्णिया में 13 और भोजपुर में 12 केस सामने आए। गौरतलब है कि अब तक कुल 72,256 से अधिक सैंपल्स की जाँच की जा चुकी है।
2019-20 की चौथी तिमाही में भारत की जीडीपी वृद्धि दर घटकर 3.1%; 11 साल में सबसे कम
भारत की सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की वृद्धि दर पिछले वित्त वर्ष 2019-20 की चौथी तिमाही (जनवरी-मार्च) में घटकर 3.1 प्रतिशत पर आ गई। राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) द्वारा शुक्रवार को जारी आंकड़ों में यह जानकारी दी गई है।
बतादें कि वृद्धि दर के आंकड़ों पर कोविड-19 संकट का प्रभाव भी पड़ा है। गौरतलब है कि इससे पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में आर्थिक वृद्धि दर 5.7 प्रतिशत रही थी।
जबकि बीते पूरे वित्त वर्ष में जीडीपी की वृद्धि दर घटकर 4.2 प्रतिशत पर आ गई है, जो इससे पिछले वित्त वर्ष में 6.1 प्रतिशत रही थी। यह आंकड़ा बीते 11 वर्षों में सबसे कम है।
गौरतलब है कि कोविड-19 पर काबू के लिए सरकार ने 25 मार्च को लॉकडाउन की घोषणा की थी। लेकिन जनवरी-मार्च के दौरान दुनियाभर में आर्थिक गतिविधियां सुस्त रहीं, जिसका असर भी भारतीय अर्थव्यवस्था पर भी पड़ा।
भारतीय रिजर्व बैंक ने 2019-20 में आर्थिक वृद्धि दर पांच प्रतिशत रहने का अनुमान लगाया था. एनएसओ ने इस साल जनवरी और फरवरी में जारी पहले और दूसरे अग्रिम अनुमान में वृद्धि दर पांच प्रतिशत रहने का अनुमान लगाया था।
बतादें कि कोरोनावायरस महामारी की वजह से जनवरी-मार्च, 2020 के दौरान चीन की अर्थव्यवस्था में 6.8 प्रतिशत की गिरावट आई है।
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