भारत के चार राज्यों में मिले कोरोना संक्रमित, क्या कोरोना के चौथे लहर कि हो गई शुरुवात, नियमों के पालन में हुई चूक तो देश फिर से गुजरेगा लॉकडाउन से।

देश के पांच राज्‍यों में कोरोना के नए मामलों में बढ़ोतरी को लेकर केंद्र सरकार ने चिंता जताई है। इसी के मद्देनजर, केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने दिल्ली, महाराष्ट्र, केरल, हरियाणा और मिजोरम को पत्र लिखकर सतर्क रहने और सख्‍त निगरानी रखने को कहा है। उन्होंने कहा कि कोरोना संकमण की रोकथाम के लिए अगर आवश्यक हो तो जरूरी कार्रवाई भी की जाए, क्योंकि जरा सी चूक से महामारी प्रबंधन में अब तक किया गया कार्य प्रभावित हो सकता है।

क्या कहते हैं स्वास्थ सचिव।


स्वास्थ्य सचिव ने कहा कि टेस्ट-ट्रैक-ट्रीट वैक्सीनेशन और कोविड उपयुक्त व्यवहार का पालन करते हुए निगरानी होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए रोकथाम के प्रयासों का पालन होना चाहिए। राज्यों से सभी स्वास्थ्य केंद्रों में फ्लू जैसी बीमारी और एसएआरआई मामलों की नियमित आधार पर निगरानी करने, अंतरराष्ट्रीय यात्रियों के निर्धारित नमूनों के लिए जीनोमिक सीक्‍वेंसिंग, जांच स्थलों से नमूनों का संग्रह करने के लिए कहा है।

टीकाकरण पर भी जोर देने का दिया गया निर्देश


केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने सभी पात्र लोगों के टीकाकरण पर भी जोर देने को कहा है। कहा गया कि मंत्रालय जारी और सामूहिक प्रयासों में राज्यों को अपेक्षित सहयोग देना जारी रखेगा। इससे पहले केंद्र सरकार ने कल घोषणा की है कि कोविड-19 की बूस्टर डोज अब 18 वर्ष से अधिक उम्र के सभी लोगों को दी जा सकती है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि निजी केंद्रों पर टीकाकरण 10 अप्रैल से शुरू होगा।

सामने आए कोरोना के ये आंकड़ें


उल्लेखनीय है कि देश में 1,109 और लोगों के कोरोना वायरस से संक्रमित पाए जाने के बाद संक्रमण के कुल मामलों की संख्या 4,30,33,067 पर पहुंच गयी है, जबकि एक्टिव मरीजों की संख्या कम होकर 11,492 रह गयी है। वहीं, एक्टिव मरीजों की संख्या संक्रमण के कुल मामलों का 0.03 प्रतिशत है। जबकि, कोविड-19 से स्वस्थ होने की राष्ट्रीय दर 98.76 प्रतिशत है।