घर लौट रहे प्रवासी बिहारियों को कैसे हैंडल करना है ? CM नीतीश कुमार ने की उच्चस्तरीय समीक्षा

कोरोना संक्रमण की रोकथाम और राज्य के बाहर से आ रहे इच्छुक लोगों की व्यवस्थाओं को लेकर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने उच्चस्तरीय समक्षा की। इस दौरान वापस लौटे प्रवासी छात्रों और मजदूरों को कोई दिक्कत न हो, इसके निर्देश मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को दी। साथ हीं उनके क्वारंटीन और स्क्रीनिंग का पुख्ता प्रबंध करने पर जोर दिया।

चिन्हित कर लोगों की मदद की जा रही

मुख्यमंत्री ने कहा कि जीविका तथा राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन द्वारा चिन्हित लोगों को प्रति परिवार एक हजार रूपये की सहायता राशि शीघ्र अंतरित करते हुये सभी सुयोग्य लाभुकों को राशन कार्ड शीघ्र उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें। साथ हीं उन्हें लाभ मिलने में कोई परेशानी न हो।

पोलियो अभियान की तर्ज पर घरों का सर्वेक्षण

मुख्यमंत्री को जानकारी देते हुए मुख्य सचिव ने बताया कि राज्य के सभी जिलों में कोरोना संक्रमितों की पहचान के लिये पल्स पोलियो अभियान की तर्ज पर अब तक 1 करोड़ 5 लाख 80 हजार घरों का सर्वेक्षण कराया जा चुका है, जिसमें कुल 5 करोड़ 76 लाख व्यक्तियों का सर्वेक्षण किया जा चुका है। इसमें 3,420 लोगों को चिन्हित किया गया है, जिन्हें बुखार, खांसी एवं सांस लेने में तकलीफ है। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग दवाओं, टेस्टिंग किट, पी0पी0ई0 किट एवं जरूरी उपकरणों की पर्याप्त उपलब्धता एवं उसकी आपूर्ति बनाये रखें।

मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना संक्रमण से बचने का सबसे प्रभावी उपाय सोशल डिस्टेंसिंग है। उन्होंने लोगों से अपील की कि लॉकडाउन का पालन करें, घर में रहें और सुरक्षित रहें।