कैलाश मानसरोवर यात्रा को लेकर एक बेहद हीं अच्छी खबर सामने आयी है। केन्द्रीय मंत्री राजनाथ सिंह ने शुक्रवार को उत्तराखंड के पिथौरगढ़ धारचूला से लिपुलेख को जोड़ने वाली सड़क का वीडियो कंफ्रेंसिंग के जरिये उद्घाटन किया। इस सड़क के बन जाने से तीर्थयात्री एक-दो दिन में हीं कैलाश मानसरोवर की यात्रा करके लौट सकेंगे। इस मौके पर सीडीएस जनरल बिपिन रावत सेना प्रमुख जनरल एम.एम. नरवणे और बीआरओ के प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल हरपाल सिंह मौजूद थे। यह कैलाश मानसरोवर यात्रा के किताब में एक नया पन्ना जुड़ गया है।
#कैलाश_मानसरोवर यात्रा और सीमा क्षेत्र कनेक्टिविटी में एक नए युग की शुरुआत करते रक्षा मंत्री @rajnathsingh ने एक विशेष कार्यक्रम में #धारचूला (उत्तराखंड) से #लिपुलेख (चीन सीमा) तक सड़क मार्ग का उद्घाटन किया। विवरण- https://t.co/p6i553ovbP pic.twitter.com/zAGaXgM1IF
— PIB In Bihar ??#stayhome#staysafe (@PIB_Patna) May 8, 2020
17 हजार फीट उंचाई पर बनी 80 किमी लंबी सडक
17 हजार से ज्यादा फीट की ऊंचाई पर 80 किलोमीटर लम्बी यह रोड कैलाश मानसरोवर को जोड़ने वाले लिपुलेख तक जाएगी। इस रोड का काम कई सालों से चल रहा था लेकिन ऊंचे पहाड़ और मुश्किल हालात से इसमें काफी दिक्कतें आ रही थी. अभी तक कैलाश मानसरोवर जाने में 3 हफ्ते से ज्यादा का वक्त लगता है जबकि लिपुलेख के रास्ते अब मात्र 90 किलोमीटर की सड़क यात्रा कर कैलाश मानसरोवर पहुंचा जा सकेगा।
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