मरीजों के लिए पारस अस्पताल अब भी पहले की तरह सुरक्षित है। मरीजों या उनके परिजनों को घबराने की कोई जरूरत नहीं है। एक डॉक्टर कोरोना पॉजिटिव पाये गये हैं। उनका ईलाज एम्स में चल रहा है। इसके बाद कोरोना संक्रमण को लेकर अस्पताल और भी सजग हो गया है। अस्पताल को लगातार सैनिटाइज किया जा रहा है। कर्मियों और विजिटर्स को भी फीवर जांच के उपरांत हीं प्रवेश दिया जा रहा है। ये बातें पारस अस्पताल के सुपरीटेंडेंट डॉक्टर आशिफ रहमान शिफ्ट इंडिया से बातचीत के दौरान कही।
बुखार के लक्षण वाले मरीजों के लिए फ्लू कॉर्नर
अस्पताल में अपनाये जा रहे सावधानियों को लेकर उन्होंने बताया कि पूरे अस्पताल कैंपस को सैनिटाइज किया गया है। लोगों के बैठने वाले जगह पर एक कुर्सी की दूरी बनाई गयी है। अस्पताल में काम करने वाले कर्मचारियों के सामने शिल्ड लगी हुई है, जिससे संक्रमण बढ़ने का खतरा कम है। आईसीयू में शिल्ड लगाया गया है। बेडों को दो मीटर की दूरी पर रखा गया है। बुखार के लक्षण के साथ आने वाले मरीजों के लिए फ्लु कॉर्नर बनाया गया है। साथ हीं वो सारे कदम उठाये गये हैं, जिससे अस्पताल में कोरोना संक्रमण बढ़ने का खतरा न हो।
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