बिहार में विधानसभा का चुनाव अपने तय समय पर कराने को लेकर चुनाव आयोग पूरी तैयारी कर रही है. मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी एचआर श्रीनिवास ने सोमवार को जिलों के साथ सुबह 11 बजे से दोपहर 1.15 बजे तक चुनावी तैयारियों की समीक्षा की. जिलों को बताया गया कि एक बूथ पर कम- से- कम चार मतदानकर्मी चाहिए. कोविड -19 को ध्यान में रखते हुए अतिरिक्त मतदानकर्मियों की आवश्यकता होगी. विधानसभा चुनाव संपन्न कराने के लिए इस बार करीब छह लाख से अधिक मतदानकर्मियों की आवश्यकता होगी. इसके अलावा सुरक्षाकर्मियों, सेक्टर मजिस्ट्रेट, आब्जर्वर व व्यय आब्जर्वर सहित अन्य मतदान पदाधिकारियों की तैनाती की जायेगी. राज्य के एक लाख छह हजार बूथों पर पर्याप्त संख्या में मतदानकर्मियों की कमी को दूर करने के लिए महिलाओं को भी मतदान कार्यों में लगाया जायेगा. महिलाओं की तैनाती आयोग की गाइडलाइन के मानकों पर की जायेगी.
सभी विधानसभा क्षेत्रों में हुई सेक्टर मजिस्ट्रेटों की नियुक्ति
उपमुख्य निर्वाचन पदाधिकारी बैजूनाथ कुमार सिंह ने बताया कि भारत निर्वाचन आयोग द्वारा जारी नयी गाइडलाइन की जानकारी दी गयी. जिलों ने बताया कि सभी विधानसभा क्षेत्रों में सेक्टर मजिस्ट्रेटों की नियुक्ति कर ली गयी है. उन्होंने बताया कि सीइओ ने जिला और विधानसभा क्षेत्र स्तर पर कार्ययोजना तैयार करने का निर्देश दिया. इसके साथ ही स्ट्रांग रूम, मतगणना हॉल बड़े स्थल पर बनाने का निर्देश दिया गया.
विधानसभा क्षेत्र में चुनावी स्थलों की समीक्षा
निर्वाचन आयोग की ओर से जिलों को निर्देश दिया गया कि जितने बाहर से आनेवाले लोग हैं और मतदाता सूची में उनका नाम छूट गया है, ऐसे योग्य मतदाताओं का नाम शत प्रतिशत शामिल कराने की कार्रवाई की जाये. इसके अलावा हर जिले और विधानसभा क्षेत्र में चुनावी स्थलों की समीक्षा की गयी. जिलों द्वारा चुनावी सभाओं की सूची मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी को भेजी गयी है, उसकी एक बार फिर से क्षमता की जांच कर ली जाये, जिससे प्रत्याशियों व राजनीतिक दलों को रैली व चुनावी सभा के लिए आवंटित किया जा सके.
You must be logged in to post a comment.