मुजफ्फरनगर किसान महापंचायत में बोलीं प्रियंका गांधी-सरकार ने बॉर्डर पर अपने बेटों को भेजने वाले किसानों का अपमान

नए कृषि कानूनों के खिलाफ पिछले कई महीनों से किसानों का आंदोलन जारी है. इस बीच कांग्रेस ने भी कांग्रेस की आड़ में अपनी राजनीति चमकाने में लगी हुई है. कांग्रेस यूपी विधानसभा चुनाव और लोकसभा चुनाव की तैयारी शुरु कर दी है. यहीं कारण है कि कांग्रेस महासचिव और उत्तर प्रदेश की प्रभारी प्रियंका गांधी लगातार किसानों की महापंचायत में बैठक कर रही है और किसानों की सहानुभूति बटोर रही हैं. प्रियंका गांधी आज मुजफ्फरनगर में  किसान महापंचायत को संबोधित करते हुए प्रियंका गांधी ने मोदी सरकार पर निशाना साधा.

मोदी सरकार में किसानों की अनदेखी

प्रियंका गांधी ने कहा किसान तड़प रहा है, लेकिन सरकार उनके गन्ना के भुगतान नहीं कर रही है। उन्होंने कहा आज देश में किसानों की कोई सुनवाई नहीं हो रही है। प्रियंका ने कहा जिस तरह से मोदी सरकार ने अपने उद्योगपति दो- तीन मित्रों को पूरा देश बेच दिया है। उसी तरह ये आपके खेतों को भी बेचना चाहते हैं। मोदी सरकार किसानों पर जबरदस्ती काला कानून थोप रही है. उन्होंने कहा कि दो बार प्रधानमंत्री बनने के बाद नरेंद्र मोदी को अहंकार हो गया है। प्रियंका ने कहा सरकार को किसानों का सम्मान करना चाहिए। किसानों से बात करनी चाहिए और उनकी समस्या का समाधान करना चाहिए।

कृषि कानूनों से सरकारी मंडिया बंद हो जाएंगी

कृषि कानून पर किसानों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि इन कृषि कानूनों से सरकारी मंडिया बंद हो जाएंगी और बड़े उद्योगपतियों को इसका फायदा होगा। इन नए कानूनों से एमएसपी खत्म होगी। प्रियंका गांधी ने कहा देश में गैस, बिजली और पेट्रोल-डीजल के दाम लगातार बढ़ते जा रहे हैं। सरकार ने उनसे बात करना तो दूर बल्कि उनका अपमानित किया गया। किसानों को आंदोलनजीवी तक कहा गया है। उन्होंने कहा किसान आंदोलन में 215 किसान शहीद हो गए, लेकिन सरकार को इसकी कोई परवाह नहीं। उन्होंने कहा जो किसान अपने बेटे को देश की सीमा पर रक्षा के लिए भेजता है। उस किसान को अपमानित किया गया। उस किसान को आतंकवादी, देशद्रोह, आंदोलनजीवी और परजीवी कहा गया।