लोकसभा में फिर उठी भोजपुरी को आठवीं अनुसूची में शामिल करने की मांग, सत्र के पहले दिन बीजेपी सांसद ने उठाई आवाज

लोकसभा में मॉनसून सत्र के पहले दिन सदन में काफी हंगामा हुआ. लेकिन पहले दिन बीजेपी सांसद जगदंबिका पाल ने भोजपुरी को संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल करने की मांग उठायी. शून्यकाल के दौरान सदन में भोजपुरी को संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल करने की मांग उठाते हुए जगदंबिका पाल ने कहा कि भारत की अन्य भाषाओं को भी समृद्ध किये जाने की जरूरत है.

16 देशों में 20 करोड़ लोग बोलते है भोजपुरी

संसद में जगदंबिका पाल ने कहा कि वह तीन भाषाओं भोजपुरी, राजस्थानी और भोंटी का विषय उठा रहे हैं. उन्होंने कहा कि अभी 16 देशों में 20 करोड़ लोग भोजपुरी बोलते हैं. राजस्थानी भाषा भी काफी संख्या में लोगों द्वारा बोली जाती है. भोंटी भाषा को भूटान में मान्यता भी दे दी गयी है. संविधान की आठवीं अनुसूची में वर्तमान में 22 भाषाएं हैं.

संसद में कई बार उठी  मांग

संसद में भोजपुरी को आठवीं अनुसूची में शामिल करने की मांग को लेकर कई बार मांग उठाई गई है. बीजेपी, कांग्रेस, जेडीयू के साथ-साथ तृणमूल सांसद ने भी सदन में भोजपुरी को आठवीं अनुसूची में शामिल करने की मांग को लेकर उठाया था. बीजेपी के राजीव प्रताप रुडी, रविकिशन, महाबली मिश्रा, अर्जुन राम मेघावाल, जनार्दन सिंह सिग्रीवाल, जदयू के अली अनवर अंसारी के अलावा तृणमूल के सुदीप बंदोपाध्याय ने भी सदन में आवाज बुलंद की है.