सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र को यह सुनिश्चित करने के लिए कहा कि दिल्ली-एनसीआर में स्मॉग नहीं हो। इससे पहले, न्यायालय को सूचित किया गया कि वायु गुणवत्ता प्रबंधन आज से काम शुरू कर देगा। प्रधान न्यायाधीश एस ए बोबडे, न्यायमूर्ति ए एस बोपन्ना और न्यायमूर्ति वी रामासुब्रमणियन की पीठ ने इसके साथ ही वायु प्रदूषण से संबंधित याचिकाओं को अब दिवाली अवकाश के बाद के लिए सूचीबद्ध कर दिया ।
वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग शुक्रवार से काम शुरू कर देगा
केंद्र की ओर से सालिसीटर जनरल तुषार मेहता ने पीठ को सूचित किया कि वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग शुक्रवार से काम शुरू कर देगा और सरकार ने आयोग के सदस्यों की भी नियुक्ति कर दी है। मेहता ने 29 अक्तूबर को न्यायालय को सूचित किया था कि प्रदूषण पर काबू पाने के लिए सरकार एक अध्यादेश लाई है और उसे लागू कर दिया गया है।
दिल्ली-एनसीआर में सबसे प्रदूषित शहर रहा गाजियाबाद
इस सीजन में पहली बार दिल्ली की हवा गंभीर स्तर तक प्रदूषित हुई है। एनसीआर के शहरों की हालत भी खराब रही। दिल्ली समेत गाजियाबाद, नोएडा, ग्रेटर नोएडा, फरीदाबाद और गुरुग्राम का वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) एक साथ 400 से ऊपर रहा। 464 एक्यूआई के साथ दिल्ली-एनसीआर में सबसे प्रदूषित शहर गाजियाबाद रहा, जबकि फरीदाबाद की हवा तुलनात्मक रूप से एनसीआर में सबसे कम प्रदूषित रही। दिल्ली व नोएडा का एक्यूआई 450 रहा, जो गंभीर की श्रेणी में आता है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के अनुसार, राजधानी में अमूमन सभी हॉटस्पॉट प्रदूषण को लेकर गंभीर स्थिति में पहुंच गए।
सबसे खराब हवा विवेक विहार में दर्ज की गई
राजधानी की हवा दम घोंटू होने के साथ ही बृहस्पतिवार को अमूमन हॉटस्पॉट रेड जोन में पहुंच गए। सबसे खराब हवा विवेक विहार में दर्ज की गई। सीपीसीबी के अनुसार, विवेक विहार में औसतन एक्यूआई 474 दर्ज किया गया। मुंडका वजीरपुर, बवाना, द्वारका व आनंद विहार समेत अन्य इलाकों में भी गंभीर हालात रहे।
दिल्ली एनसीआर की स्थिति
गाजियाबाद- 464
ग्रेटर नोएडा – 457
नोएडा-450
दिल्ली- 450
गुरुग्राम – 443
फरीदाबाद- 436
राजधानी दिल्ली के हॉटस्पॉट का एक्यूआई
वजीरपुर 444
बवाना 464
द्वारका 466
आनंद विहार 468
जहांगीरपुरी 468
मुंडका 468
विवेक विहार 474
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