देश आज 72वां गणतंत्र दिवस मना रहा है. कोरोना संकट में हो रहे पहले गणतंत्र दिवस के लिए गाइडलाइंस लागू किए गए हैं. दिल्ली के राजपथ पर भारत के शौर्य का प्रदर्शन किया जा रहा है. भारतीय गणतंत्र दिवस को लेकर देश-विदेश से बधाईयां मिल रही हैं.
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने राष्ट्रीय ध्वज फहराकर सलामी ली.
गणतंत्र दिवस के मौके पर राजपथ पर परेड की शुरुआत हो गई है. सबसे पहले हेलिकॉप्टरों ने दर्शकों पर फूल बरसाए और उसके बाद पूर्व सैनिकों ने राष्ट्रपति को सलामी दी। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने राष्ट्रीय ध्वज फहराकर उसकी सलामी ली. ध्वजारोहण के बाद परेड की शुरुआत हुई.
परेड के दौरान पहली बार राफेल लड़ाकू शमिल
गणतंत्र दिवस परेड के दौरान पहली बार राफेल लड़ाकू विमानों की उड़ान के साथ टी-90 टैंकों, समविजय इलेक्ट्रॉनिक युद्धक प्रणाली, सुखोई-30 एमके आई लड़ाकू विमानों समेत अपनी सैन्य शक्ति का प्रदर्शन करेगा। गणतंत्र दिवस परेड में राजपथ पर 17 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों की झांकियों, रक्षा मंत्रालय की छह झांकियों अन्य केंद्रीय मंत्रालयों और अर्द्धसैनिक बलों की नौ झांकियों समेत 32 झांकियों में देश की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर, आर्थिक उन्नति और सैन्य ताकत की आन बान शान नजर आएगी। मंत्रालय ने कहा, स्कूली छात्र लोक नृत्य पेश करेंगे।
राजपथ पर कोरोना प्रोटोकॉल का पालन
दिल्ली के राजपथ पर कोरोना वायरस के कारण सख्त शारीरिक दूरी प्रोटोकॉल का पालन करते हुए बैठे लोग।
राजपथ पर झांकियों में सबसे पहले लद्दाख की झांकी
राजपथ पर झांकियों में सबसे पहले झांकी , संघ शासित प्रदेश लद्दाख की झांकी है जो केन्द्र शासित प्रदेश बनने के बाद पहली गणतंत्र दिवस परेड में शिरकत कर रही है. लद्दाख राज्य के शांतिप्रिय और संतोषी लोग अपनी समृदध संस्कृति पर गौरवान्वित हैं और के्रद्र शासित दर्जें का आनंद उठा रहे हैं. यह झांकी लद्दाख को संघ शासित प्रदेश घोषित करने के बाद लद्दाख को कार्बन न्यूट्रल स्टेट बनाकर विश्व के लिए उदाहरणात्मक प्रदेश के विजन पर केंद्रित है.
यूपी की झांकी में अयोध्या में बनने वाले राम के मंदिर को दिखाया गया
यूपी की झांकी में अयोध्या में बनने वाले राम के मंदिर को दिखाया गया है। इसमें दीपोत्सव की झलक भी दिखाई गई है। इसमें राम मंदिर की झलक को दिखाया गया है. उत्तर प्रदेश के सांस्कृतिक शहर को अयोध्या के राजा ब्रह्मा के पुत्र मनु ने बसाया था, इसे ही अयोध्या कहा गया और इसमें अष्टाचक्र नवाद्वार है जिसका वर्णन अथर्ववेद में मिलता है. वाल्मिकी कृत रामायण में अयोध्या को भगवान राम का जन्म स्थान बताया गया है, पूरे विश्व में अयोध्या को राम जन्मभूमि होने के कारण सनातन संस्कृति का प्रतीक माना जाता है
राजपथ पर एकलव्य फॉरमेशन की अगुवाई राफेल लड़ाकू विमान किया. राफेल के साथ दो जगुआर, दो मिग-29 लड़ाकू विमान है. फॉरमेशन के कप्तान ग्रुप कैप्टन रोहित कटारिया, फ्लाइट लेफ्टिनेंट 17 स्कवाड्रन हैं. बता दें कि राफेल लड़ाकू विमान इस बार वर्टिकल चार्ली रूप में अपने करतब दिखाया.
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