केंद्रीय मंत्री पशुपति कुमार पारस ने कर दी बड़ी भविष्यवाणी, इस तारीख को दो भागों में बंट जाएगी सीएम नीतीश की पार्टी,

इंडिया गठबंधन की चौथी बैठक के बाद सीएम नीतीश कुमार नाराज चल रहे हैं….इससे बिहार की राजनीति में सियासी बवाल मच गया है…बिहार की सियासी गली में इन दिनों एक बात खूब गूंज रही है, वह है जनता दल यूनाईटेड पार्टी के बारे में। इनके विरोधी दावा कर रहे हैं जल्द ही जनता दल यूनाईटेड (जदयू) टूट जाएगी या फिर पार्टी का विलय राष्ट्रीय जनता दल (राजद) में हो जाएगा। रविवार को एनडीए के नेता और केंद्रीय मंत्री पशुपति पारस एक बड़ी भविष्यवाणी कर दी है। उन्होंने यह भविष्यवाणी जदयू को लेकर की है।

केंद्रीय मंत्री पशुपति कुमार पारस का दावा

आरएलजेडी के प्रमुख और हाजीपुर के सांसद पशुपति कुमार पारस ने कहा कि 29 दिसंबर को जदयू दो भागों में बंट जाएगी। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव के बीच कभी मेल नहीं हो सकता है। दोनों के बीच 36 का खेल है। पारस ने कहा कि राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद, नीतीश और तेजस्वी के बीच पैचप कराने में जुटे हैं लेकिन ऐसा नहीं होगा। जदयू दो भाग में बंट जाएगी।

जल्द ही जेडीयू का हो जाएगा विलय-गिरिराज

उधर बेगूसराय में केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने दावा करते हुए कहा था कि आने वाले समय में बहुत जल्द जदयू का राजद में विलय हो जाएगा। इस सवाल पर पत्रकारों ने जब उनसे यह पूछा कि फिर नीतीश कुमार कहां जायेंगे, तो गिरिराज सिंह ने चुटकी लेते हुए कहा कि नीतीश कुमार कहीं के महंत बन जायेंगे और क्या। दिल्ली जाने के दौरान लालू प्रसाद यादव के साथ जाना और उन्हीं के साथ वापस पटना आने के सवाल पर गिरिराज सिंह ने कहा कि लालू प्रसाद यादव से मेरा पुराना संबंध है। गिरिराज सिंह ने कहा कि मैं लालू जी के साथ दिल्ली गया और उन्हीं के साथ मैं वापस लौटा इस बीच उन्होंने मेरे कान में कुछ बातें कहीं, जो मैं फिलहाल नहीं कह सकता हूँ लेकिन इतना जरूर कह सकता हूं कि बहुत जल्द जदयू का राजद में विलय हो जाएगा।

जेडीयू ने 29 दिसंबर को दिल्ली में बुलाई बैठक

दरअसल, 29 दिसंबर को दिल्ली में जदयू की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक बुलाई गई है। इससे नीतीश कुमार के संभावित रणनीतिक फैसले को लेकर अटकलें तेज हो गई हैं।जदयू के अध्यक्ष ललन सिंह ने 29 दिसंबर को राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक बुलाई है। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बैठक में राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्यों को गठबंधन और अन्य मुद्दों पर संबोधित कर सकते हैं।