राजधानी में शुक्रवार रात आई आंधी से हाहाकार मच गया। अचानक पुलिस नियंत्रण कक्ष के फोन बजने लगे। कहीं पेड़ गिरा था तो कहीं दीवार या मकान का मलबा। लगभग हर जिले से ऐसी कॉल पुलिस को मिलीं। आंधी की चपेट में आकर किशोरी समेत तीन लोगों ने दम तोड़ दिया, जबकि 23 लोग पेड़ों या दीवार या मकान के मलबे की चपेट में आकर घायल हो गए। सभी को अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती कराया गया है जहां ज्यादातर लोगों की हालत गंभीर बताई जा रही है।
आंधी के दौरान पुलिस कंट्रोल रूम को 409 कॉल मिलीं। इनमें 152 जगह पेड़ गिरने की सूचनाएं थीं। पेड़ गिरने की वजह से कई जगह सड़कों पर आवाजाही बंद होने के अलावा 202 जगह बिजली भी बाधित हो गई थी। सुबह निगम के अलावा दूसरी सिविक एजेंसियों ने सड़कों से पेड़ हटाने के अलावा बिजली व्यवस्था को दुरुस्त किया। 55 जगह दीवार और मकान का मलबा गिरा था। हादसे में छह लोग पेड़ गिरने से जख्मी हुए जबकि दो की पेड़ की चपेट में आने से मौत हो गई। वहीं, किशोरी की दीवार गिरने से मौत हुई जबकि 17 लोग मलबे की चपेट में आकर जख्मी हुए।
विकासपुरी में शुक्रवार रात करीब 11:20 बजे पेड़ गिरने से जयप्रकाश (46) की मौत हो गई। जयप्रकाश परिवार के साथ सीतापुरी में रहते थे। परिवार में पत्नी व अन्य लोग हैं। जयप्रकाश निजी कंपनी में नौकरी करते थे। हादसे के समय वह मोपेड पर घर लौट रहे थे। आंधी के दौरान पेड़ एक कार व मोपेड पर गिर गया। हादसे में कार चालक तो बच गया, लेकिन जयप्रकाश की मौत हो गई।
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