
6 जनवरी को पूर्णिया पुलिस और मद्य निषेध विभाग पटना की संयुक्त कार्रवाई में पुलिस के हत्थे चढ़ा शराब का बड़ा तस्कर समर घोष। नकली शराब के निर्माण और सप्लाई से चंद दिनों में सब्जी विक्रेता से बना करोड़पति। पूर्णिया से सटे पश्चिम बंगाल के उत्तर दिनाजपुर जिला में समर घोष का बड़ा सिंडिकेट चलता था, जहां पर नकली शराब का निर्माण किया जाता था और उसे बिहार के कई जिलों में बड़ी मात्रा में सप्लाई कर दिया जाता था।
कई बार पूर्णिया समेत बिहार के अन्य जिलों में उसके द्वारा भेजा गया कई शराब से लदे ट्रक को प्रशासन ने पकड़ा भी। कई थाने में समर घोष के खिलाफ प्राथमिकी भी दर्ज की गई थी इसके बावजूद समर घोष अब तक कानून के शिकंजे से दूर था। लेकिन पूर्णिया की सदर थाना पुलिस और मद्य निषेध विभाग की तत्परता के कारण शराब माफिया समर घोष और मुजफ्फरपुर का शराब माफिया लालबाबू राय 6 जनवरी की रात पुलिस के गिरफ्त में आ पाया।
पूर्णिया के एसपी दयाशंकर के मुताबिक समर घोष से पूछताछ में पुलिस को कई अहम सबूत भी मिले हैं। पुलिस उसके अन्य शागिर्द और बड़े शराब माफियाओं की तलाश में जुटी हुई है उनके ठिकानों पर पुलिस की छापेमारी जारी है। जल्द ही उन्हें भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
एसपी ने इस मामले में बताया कि पिछले कुछ दिनों में पुलिस ने मद्य निषेध विभाग पटना के सहयोग से कई बड़े शराब माफियाओं को गिरफ्तार किया है, जिसमें मुर्शीद, विश्वजीत सरकार, कलाम और समर घोष जैसे शराब माफिया शामिल हैं।
शराब माफिया समर घोष को लेकर चौंकाने वाली कहानी सामने आई है। इस शराब माफिया की फिल्मी लव स्टोरी बेहद ही दिलचस्प है। इसने एयर होस्टेस को पटाने के लिए साल में 50 बार बिजनेस क्लास में हवाई यात्रा की। इस दौरान वह टिप के तौर पर मुंह मांगी रकम भी दिया करता था। लगातार एक वर्ष तक चले इसके प्यार ने इसे सफलता भी दिलाई और अंततः इसने उस एयर होस्टेस से शादी भी कर ली।
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