रामेश्वर बिंद और रामधनी बिंद नाम के दो भाई अलग-अलग ट्रेनों में सफर किया करते थे। उनके पास सिरहाने रखने के लिए कपड़े का तकिया नहीं बल्कि करोड़ों रुपये के सोने की बिस्कुट का तकिया होता था। सोने का ‘तकिया’ सुनकर शायद आपके भी होश उड़ गए होंगे लेकिन दो शातिर भाइयों ने तस्करी का ऐसा अजूबा तरीका निकाला जिसे देखकर राजस्व विभाग के अधिकारी भी दंग रह गए। पटना में राजस्व विभाग ने सोने की तस्करी करने वाले दो भाइयों को पकड़ा है।
गया के आरपीएफ थानाध्यक्ष अजय प्रकाश ने मीडिया को बताया कि राजधानी पटना से डीआरआई की पांच सदस्यीय टीम गया रेलवे स्टेशन पहुंची थी। टीम को खबर मिली थी कि गया रूट से भारी मात्रा में गोल्ड की तस्करी की जा रही है।
राजस्व विभाग की टीम ने हाबड़ा इंदौर शिप्रा एक्सप्रेस में छापेमारी की और ट्रेन की बोगी एस-7 में छापेमारी कर बर्थ नंबर 38 पर लेटकर सफर कर रहे यात्री रामेश्वर बिंद से पूछताछ शुरू की। पूछताछ के दौरान सबकुछ नॉर्मल रहा। डीआरआई की टीम लगातार विंदेश्वर के सामान पर नजर रख रही थी। अचानक टीम के सदस्यों ने रामेश्वर बिंद को अपना सामान दिखाने को कहा जिसके बाद सामान की तलाशी में रामेश्वर बिंद के पास से तीन किलोग्राम सोना बिस्कुट बरामद हुआ है।
बिंद के भाई से डीआरआई की टीम ने गया रेलवे स्टेशन पर ही हाबड़ा कालका एक्सप्रेस में पूछताछ की जिसके बाद तलाशी लेने पर उसके पास से भी तीन किलो सोना जब्त किया गया है। जिसे उसने तकिये की शक्ल दे दी थी। यह छह किलो सोना तस्करी कर कोलकाता ले जाया जा रहा था। डीआरआई की टीम के मुताबिक दोनों आरोपी यूपी के मिर्जापुर के रहने वाले हैं। टीम दोनों तस्करों को पटना लेकर पहुंची जहां उनसे पूछताछ चल रही है। डीआरआई टीम के मुताबिक बरामद सोने की कीमत ढाई करोड़ से ज्यादा है।
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