पटना साइंस कॉलेज में बीएससी पार्ट वन के छात्र के साथ हुई रैगिंग मामले में आरोपित छात्रों के खिलाफ जांच हुई तेज,दोषी पाए जाने पर कॉलेज प्रशासन कर देगा इन्हे निष्कासित।

पटना साइंस कॉलेज में बीएससी के प्रथम वर्ष के छात्र के साथ हुई रैगिंग के मामले ने तूल पकड़ लिया है। पीड़ित छात्र का बयान शुक्रवार को दर्ज किया गया। अब आरोपित छात्रों से इस संदर्भ में जवाब मांगा गया है। कारण बताओ नोटिस जारी करते हुए आरोपित छात्रों से 24 घंटे के अंदर जवाब मांगा गया है। एंटी रैगिंग कमेटी इनके जवाब से असंतुष्ट होगी तो इन्हें निष्कासित किया जा सकता है। कमेटी की बैठक के बाद यूजीसी के एंटी रैगिंग सेल को कार्रवाई की जानकारी भेज दी गई है।

रैगिंग की घटना को लेकर विश्वविद्यालय प्रशासन और कॉलेज प्रशासन दोनों सख्त दिख रहे है। आरोपित सीनियर छात्रों को शनिवार तक छात्रावास खाली करने का आदेश जारी कर दिया गया है। शुक्रवार को कॉलेज में एंटी रैगिंग कमेटी की बैठक में पीड़ित छात्र से घटना की पूरी जानकारी ली गई। पीड़ित छात्र ने लिखित तौर पर अपना बयान दर्ज कराया है। इसके अलावा छात्रावास के अधीक्षक व कर्मियों से भी जानकारी ली गई है। बैठक में प्राचार्य प्रो. एसआर पद्मदेव के अलावा, प्रो अतुल आदित्य पांडेय, प्रो. पीसी, प्रो. एसए अंसारी, प्रो. रीना मोहनका, डॉ. बबिता शर्मा, अधीक्षक प्रदीप गर्ग सहित कई अध्यापक मौजूद रहे।

फैराडे छात्रावास के जिन छात्रों पर रैगिंग का आरोप लगा है, ये सभी छात्र स्नातक पार्ट टू के हैं। कॉलेज प्रशासन की ओर से अभी स्नातक पार्ट टू छात्रों को छात्रावास एलॉट ही नहीं किया गया है। बिना एलॉटमेंट के छात्र फिलहाल रह रहे थे। इस छात्रावास में करीब 55 छात्रों की सीटें हैं। फिलहाल 28 छात्र स्नातक पार्ट वन और पार्ट 2 मिलाकर रह रहे थे।
स्नातक पार्ट वन के गणित के छात्र को रूम एलॉट किया गया था। इसमें चार छात्रों की जगह है। पहले चार सीनियर छात्र इसमें रहते थे। इस वजह से परेशानी होती थी। इसी वजह से सीनियर छात्र पीड़ित को बाहर भेजना चाहते थे।

पीयू के कुलपति प्रो. गिरिश कुमार चौधरी ने कहा, ‘प्राचार्य से फैराडे छात्रावास में हुई रैगिंग मामले की घटना पर बात हुई है। इसमें जल्द जांच कराकर कार्रवाई करने का आदेश दिया जा चुका है। अगर छात्र दोषी होंगे तो इन्हें निष्कासित किया जा सकता है।’

साइंस कॉलेज के प्राचार्य प्रो. एसआर पद्मदेव ने कहा, ‘कॉलेज में एंटी रैगिंग कमेटी की बैठक हुई। बैठक में पीड़ित छात्र से बातचीत हुई है। आरोपित छात्रों को 24 घंटे में जवाब देना है। इन्हें कारण बताओं नोटिस जारी किया गया है। यूजीसी को भी रिपोर्ट भेजी गयी है।’