स्मार्ट मीटर उपभोक्ताओं को साइबर अपराधी बना रहे है ठगी का शिकार, आप के पास भी आए बिजली काटने का एसएमएस तो पहले करे वेरिफाई।

पटना में साइबर ठगों ने बिजली उपभोक्ताओं को काफी परेशान कर दिया है। बिजली विभाग के नाम पर उपभोक्ताओं को झांसे में लेकर साइबर ठग चूना लगाने में काफी सक्रिय नजर आने लगा है। दरअसल उपभोक्ताओं को पेमेंट नहीं करने के कारण बिजली कनेक्शन काट देने की धमकी दी जाती है। साइबर फ्रॉड के निशाने पर ज्यादातर स्मार्ट मीटर के उपभोक्ता हैं। अब तक कई लोगों को चूना लगाया जा चुका है, खासकर जिन लोगों ने स्मार्ट मीटर लगाया है उनको साइबर फ्रॉड इसी तरीके से मैसेज भेज कर चुना लगा रहे हैं।

मीटर में उपभोक्ता प्रीपेड मोबाइल की तरह पहले रिचार्ज करवाते हैं और फिर बिजली की सुविधा लेते हैं। इस मैसेज के माध्यम से लोगों को डराया जाता है कि आपके घर का बिजली कनेक्शन रात 9:30 बजे से काट दिया जाएगा क्योंकि आपके खाते में पैसा खत्म हो चुका है। पटना के एक बड़े डॉक्टर भी साइबर ठगों की फ्रॉड की ठगी का शिकार होते-होते बचे। उन्हें दो बार इस तरह के मैसेज भेजे गए जबकि उन्होंने पूरे महीने तक का बिजली बिल एडवांस में जमा किया था।


साइबर ठगों की इस कारस्तानी को लेकर पटना के जाने माने चिकित्सक डॉ राजीव रंजन ने बिजली विभाग में शिकायत दर्ज कराई तब जाकर उन्हें सच्चाई का पता चला। डॉक्टर साहब तो बच गया लेकिन रिटायर्ड शिक्षक अरुण कुमार मिश्र साइबर ठगों के झांसे में आ गए उनके खाते से 49000 रुपये उड़ा लिए गए। पटना में बिजली बिल के नाम पर आए दिन हो रही ठगी को लेकर आर्थिक अपराध इकाई ने उपभोक्ताओं से कई तरह की अपील की है।

आर्थिक अपराध इकाई ने कहा कि अगर इस तरह के एसएमएस आपके मोबाइल पर भी आता है तो ऑफिशियल नंबर या कस्टमर केयर के नंबर पर एसएमएस को वेरीफाई करें। आर्थिक अपराध इकाई की टीम इसे लेकर एक मुहिम भी चला रही है। आर्थिक अपराध इकाई से जुड़े रहे साइबर एक्सपर्ट की मानें तो ठगी का शिकार वैसे ही लोग होते हैं जो जल्दबाजी दिखाते हैं। अगर आपको बिजली काटने की धमकी देकर कोई पैसे की डिमांड करता है तो उसका सत्यापन हर हाल में कर ले नहीं तो आप भी ठगी के शिकार हो जाएंगे और हां कभी भी किसी काम को लेकर जल्दबाजी ना दिखाए, क्योंकि अक्सर गलतियां जल्दबाजी के कारण ही होती हैं।