कोरोना वायरस महामारी के बीच दिल्ली विश्वविद्यालय में दाखिला के लिए शनिवार को पाठ्यक्रमों के लिए पंजीकरण शुरू होने के साथ ही इस साल की प्रवेश प्रक्रिया शुरू हो गई। पंजीकरण शुरू होने के महज चार घंटे के भीतर डीयू के ऑनलाइन पोर्टल पर 25,889 पंजीकरण हो चुके थे। इस साल प्रवेश प्रक्रिया में काफी बदलाव किया गया है। डीयू ओपन हाउस के स्थान पर वेबिनार का आयोजन होगा, प्रत्यक्ष सत्यापन के बजाय दस्तावेजों का ऑनलाइन सत्यापन होगा और कोई ईसीए ट्रायल नहीं होंगे।
शनिवार शाम 5 बजे से लाइव हुआ पोर्टल
सीबीएसई बोर्ड परीक्षा को लेकर अनिश्चितता के बीच दिल्ली विश्वविद्यालय ने स्नातक और स्नातकोत्तर पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए शनिवार को अपनी पंजीकरण प्रक्रिया शुरू कर दी। ऑनलाइन पंजीकरण के लिए पोर्टल शनिवार शाम 5 बजे लाइव हुआ। छात्र 4 जुलाई तक प्रवेश के लिए पंजीकरण करा सकते हैं। अगस्त में कट-ऑफ सूची घोषित की जाएंगी। छात्रों के पास चार जुलाई के बाद भी कट-ऑफ अंक घोषित होने तक अपने विवरण को अपडेट करने का विकल्प होगा।
पोर्टल खुलते हीं इतने आवेदन हुए
विश्वविद्यालय द्वारा साझा किए गए आंकड़ों के अनुसार, रात 9 बजे तक स्नातकोत्तर पाठ्यक्रमों के लिए 5,889 पंजीकरण, पीएचडी पाठ्यक्रमों के लिए 457 पंजीकरण और स्नातक पाठ्यक्रमों के लिए 19,543 पंजीकरण हुए हैं। ऐसा पहली बार है कि पूरी दाखिला प्रक्रिया ऑनलाइन संचालित होगी। महामारी के बीच सामाजिक दूरी बनाये रखने के लिए लगे प्रतिबंधों के कारण कोई भी अतिरिक्त पाठयक्रम गतिविधियों (ईसीए) और स्पोर्ट्स ट्रायल नहीं होगा। ईसीए श्रेणी के तहत, प्रवेश केवल एनसीसी और एनएसएस के छात्रों के होंगे। डीयू की डीन (प्रवेश) शोभा बगई ने कहा कि विश्वविद्यालय ने इस साल दो नए स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम- जैवभौतिकी विज्ञान में परास्नातक और पत्रकारिता में परास्नातक शुरू किए हैं।(यह आर्टिकल एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड हुआ है।
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