झारखंड में 2016 में पास करीब 50 हजार अभ्यर्थी के लिए सुनहरा मौका – 22 हजार से ज्यादा शिक्षकों की होगी भर्ती

झारखंड में सोरेन सरकार ने शिक्षा के अस्तर में सुधारने को लेकर और राज्राय में शिक्षकों की कमी को पूरा करने के लिए राज्य के प्राइमरी से लेकर प्लस टू स्कूलों में शिक्षकों की नियुक्ति की प्रक्रिया शुरू होगी। गौरतलब है कि  स्कूली शिक्षा और साक्षरता विभाग ने भी इसकी तैयारी प्रारंभ कर दी है। खबर है कि दिसंबर 2020 तक सेवानिवृत्त होने वाले  हाई और प्लस टू  स्कूल के शिक्षकों की लिस्ट जिलों से मांगी गई है। जिनके आधार पर रिक्तियां तय की जाएंगी, ताकि नियुक्ति प्रक्रिया पुर्ण रूप से  शुरू हो सके।

बतादें कि स्कूली शिक्षा और साक्षरता विभाग के माध्यमिक शिक्षा निदेशक जटाशंकर चौधरी ने राज्य के सभी जिला शिक्षा  पदाधिकारियों से  दिसंबर 2020 तक रिटायर होने वाले शिक्षकों की सूची तलब की है। जहाँ शिक्षकों के नाम, पदनाम, स्कूल के नाम और उनकी सेवानिवृत्ति की तिथि देने को कहा है। बतादें कि झारखण्ड में हाई और प्लस टू स्कूलों में करीब 10 हजार और प्राइमरी व मिडिल स्कूलों में करीब 22 हजार शिक्षकों के पद रिक्त हैं। हालांकि प्राथमिक से मध्य विद्यालय में अपग्रेड हुए स्कूलों में शिक्षकों के पद सृजन (पोस्ट क्रिएट) होने पर करीब 27 हजार शिक्षकों की आवश्यकता और पड़ेगी।

नियुक्ति प्रक्रिया होगी नए नियम से

गौरतलब है कि राज्य में शिक्षकों की नियुक्ति प्रक्रिया नई नियमावली से होगी। बतादें कि  प्रारंभिक स्कूलों में शिक्षकों की नियुक्ति टेट में आए नंबर और सर्टिफिकेट के नंबर के आधार पर सीधे होती थी, वहीं अब नियुक्ति प्रक्रिया झारखंड कर्मचारी चयन आयोग को देने की तैयारी है। जिसके लिए नियमावली बनाने का कार्य जारी है। इसमें उन्हें परीक्षा से गुजरना होगा जिसके बाद नियुक्ति हो सकेगी। वहीं टेट पास अभ्यर्थियों को पहले क्षेत्रीय भाषा में पास करना होगा तभी वे क्वालीफाई कर सकेंगे।

झारखण्ड में प्राइमरी से लेकर प्लस टू स्कूलों में शिक्षकों की कमी है। जहाँ 2015-16 में नियुक्ति प्रक्रिया शुरू की गई थी, लेकिन सभी खाली पदों पर नियुक्ति नहीं हो सकी थी। 2015-16 की नियुक्ति प्रक्रिया में  प्रारंभिक स्कूलों में 28 हजार पदों पर नियुक्ति प्रक्रिया शुरू हुई थी। इसमें प्राथमिक स्कूलों में 12,486 शिक्षकों की और मिडिल स्कूलों में 3212 शिक्षकों की नियुक्ति हुई थी। करीब साढे 12 हजार  पद रिक्त रह गए थे। वहीं, प्लस टू स्कूलों में 2018 में 2800 पदों में से करीब 14 सौ पर ही बहाली हो सकी। इसके अलावा हाई स्कूलों में साढे 17 हजार शिक्षकों की नियुक्ति की  प्रक्रिया शुरू हुई थी जिसमें से अब तक करीब नौ हजार शिक्षक नियुक्त हो सके हैं। कई विषयों में अभी भी शिक्षकों की नियुक्ति नहीं हुई है।

2016 के बाद टेट के 50 हजार अभ्यर्थी  को मिलेगा मौका
झारखंड में 2012 और 2016 के बाद शिक्षक पात्रता परीक्षा नहीं हुई है। 2016 में पास करीब 50 हजार अभ्यर्थी अभी भी नियुक्ति के इंतजार में है। उन्हें राज्य के किसी भी नियुक्ति प्रक्रिया में भाग लेने का मौका नहीं मिला है। झारखंड एकेडमिक काउंसिल 2020 में टेट के आयोजन की तैयारी कर रहा है। मैट्रिक और इंटरमीडिएट के रिजल्ट आने के बाद इसकी प्रक्रिया शुरू की जाएगी। शिक्षा विभाग 2016 टेट के अभ्यर्थियों के आधार पर या फिर 2020 में होने वाले टेट के परिणाम के आधार पर नियुक्ति प्रक्रिया शुरू कर सकता है। विभाग इस पर मंथन कर रहा है।