
मॉस्को समर्थक अलगाववादी अधिकारी के मुताबिक यूक्रेन के मारियुपोल शहर के अज़ोवस्टल स्टील प्लांट में रूसी सैनिकों के सामने सरेंडर करने वाले सैंकड़ो यूक्रेनी सैनिकों को मौत की सजा सुनाई जा सकती है। आरआईए नोवोस्ती समाचार एजेंसी के मुताबिक पूर्वी यूक्रेन के दोनेस्क पिपुल्स रिपब्लिक के न्याय मंत्री यूरी सिरोवात्को ने कहा कि पकड़े गए यूक्रेनी सैनिकों की सजा के बारे में रूस की अदालत फैसला करेगी। यूरी सिरोवात्को ने कहा कि ऐसे अपराधों के लिए देश में अधिकतकम मौत की सजा का प्रावधान है। यूरी सिरोवात्को के मुताबिक सभी युद्धबंदी DNR के क्षेत्र में हैं। उन्होंने कहा कि उनमें से लगभग 2,300 अजोवस्टल के सैनिक थे।
गौरतलब है कि यूक्रेन के दक्षिण पूर्वी इलाके में अजोव सागर के पास रणनीतिक रूप से संवेदनशील मारियुपोल बंदरगाह के करीब महीने भर से अजोवस्टल स्टील वर्क्स के भूमिगत सुरंगों में छिपे सैंकड़ो यूक्रेनी सैनिकों ने रूसी सैनिकों के सामने सरेंडर कर दिया था। अपने सैनिकों को छुड़ाने के लिए कीव ने कहा है कि वो सैनिकों की अदला-बदली करना चाहता है लेकिन मॉस्को की तरफ से इशारा मिल रहा है कि वो पहले पकड़े गए सैनिकों के खिलाफ मुकदमा चलाना चाहता है। जानकारी के मुताबिक जिन यूक्रेनी सैनिकों ने रूसी सैनिकों के सामने आत्मसमर्पण किया वो अजोव रेजिमेंट के सदस्य थे जो पहले अर्धसैनिक बलों की यूनिट थी जिसे यूक्रेनी सेना में शामिल किया गया था।
गौरतलब है कि पकड़े गए यूक्रेनी सैनिकों को छुड़ाने के लिए डिप्लोमेटक स्तर पर भी कोशिशें शुरू हो गई है। शनिवार को फ्रांस और जर्मनी के नेताओं ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को फोन कर उनसे पकड़े गए यूक्रेनी सैनिकों को छोड़ने का आग्रह किया था।
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