
पटना में एक बार फिर जहरीली हवाओं का राज हो गया है। परन्तु, यहां से भी बुरा हाल राज्य के अन्य 10 शहरों का है। बुधवार को पटना का एक्यूआई लेवल 311 रहा। पटना से ज्यादा एक्यूआई लेवल आरा, दरभंगा, छपरा, बिहारशरीफ, सीवान सासाराम, मुजफ्फरपुर, भागलपुर, कटिहार और पूर्णिया का रहा। आरा का AQI पुरे देश में टॉप पर रहा, जहां का एक्यूआई लेवल 414 था पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड के मानक के हिसाब से यह स्थिति गंभीर है। दिल्ली का एक्यूआई लेवल आरा से कम 407 रहा। बिहार के इन जिलों में चलने वाली हवा में पीएम 2.5 और पीएम 10 की मात्रा मानक से चार गुना अधिक आंकी गई है। बिहार राज्य प्रदूषण नियंत्रण पर्षद के वैज्ञानिक से मिली जानकारी के मुताबिक तापमान घटने के कारण हवा में नमी के साथ-साथ कोहरे और धुंध की वजह से एक्यूआई लेवल में वृद्धि हुई है।
मीडिया से बात करने के दौरान जनरल फिजिसियन डॉ दिवाकर तेजस्वी ने कहा कि प्रदूषण सेहत पर बुरा प्रभाव डाल रहा है। वायु प्रदूषण बढ़ने की बड़ी वजह धूल और धुआं है। मिलावटी ईंधन से वाहन चलाने, टूटी-फूटी सड़कों से धूल-कण उड़ने और कुहासा बढ़ने से भी हवा में प्रदूषण का स्तर बढ़ जाता है। वायु प्रदूषण के कारण फेफड़े और सांस की बीमारी बढ़ रही है। लोगों में एलर्जी, अस्थमा, त्वचा संक्रमण आदि जैसी बीमारी का कारण वायु प्रदुषण ही है।
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