प्रशांत किशोर के दावे ने बढाया बिहार कि राजनीति का पारा….. प्रशांत के दावे को नितिश कुमार कि पार्टी ने सिरे से नाकारा…….

जन सुराज पार्टी के प्रमुख प्रशांत किशोर के एक दावे ने बिहार कि राजनिति को गर्म कर दिया है। प्रशांत किशोर ने दावा करते हुए कहा है कि सीएम नीतीश कुमार बीजेपी के संपर्क में हैं और समय की जरूरत हुई तो वो एक बार फिर से बीजेपी के साथ गठबंधन कर सकते हैं।

लगातार भाजपा के संपर्क में बनें हुए है नितिश कुमार- प्रशांत किशोर

प्रशांत किशोर ने न्यूज एजेंसी पीटीआई-भाषा से कहा कि जेडीयू सांसद और राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश के जरिए नीतीश कुमार ने बीजेपी से संवाद का रास्ता खुला रखा है।प्रशांत किशोर ने अपना मत व्यक्त करते हुए बताया कि ‘ जो लोग यह सोच रहे हैं कि नीतीश कुमार भाजपा के खिलाफ राष्ट्रीय गठबंधन बनाने के लिए पूरी कोशिश कर रहे हैं, वे यह जानकर चकित रह जाएंगे कि उन्होंने भाजपा के साथ रास्ता खुला रखा है। वह अपनी पार्टी के सांसद और राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश जी के जरिए भाजपा के संपर्क में हैं।’  उन्होंने आगे कहा कि हरिवंश को इसी कारण से अपने पद से इस्तीफा देने के लिए नहीं कहा गया है, जबकि जद (यू) भाजपा से अलग हो गई है। उन्होंने कहा ‘लोगों को यह बात ध्यान में रखनी चाहिए कि जब भी ऐसी कोई परिस्थिति आती है, तो वह भाजपा की ओर वापस चले जाते हैं और उसके साथ काम कर सकते हैं।’ हालांकि नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू ने प्रशांत किशोर के दावे को भ्रामक बताते हुए कहा है कि इस तरह के बयान का मकसद भ्रम फैलाना है।

भ्रम फैला रहे हैं प्रशांत किशोर- जेडीयू

जेडीयू प्रवक्ता के. सी. त्यागी ने कहा कि नीतीश कुमार ने सार्वजनिक रूप से घोषणा की है कि वह अपने जीवन में फिर कभी बीजेपी से हाथ नहीं मिलाएंगे। उन्होंने कहा कि हम प्रशांत किशोर के दावे का खंडन करते हैं। नीतीश कुमार 50 साल से अधिक समय से सक्रिय राजनीति में हैं जबकि प्रशांत किशोर 6 महीने से हैं। किशोर ने भ्रम फैलाने के लिए इस प्रकार की भ्रामक टिप्पणी की है।

बिहार के गांव-गांव घूम रहे पीके

गौरतलब है कि प्रशांत किशोर इन दिनों बिहार में पदयात्रा कर रहे हैं। इस पदयात्रा को प्रशांत किशोर की सक्रिय राजनीति में पहले कदम से पहले की तैयारी के तौर पर देखा जा रहा है। किशोर ने अपनी पदयात्रा दो अक्टूबर को पश्चिम चंपारण के भितिहरवा स्थित गांधी आश्रम से शुरू की थी। पीके अगले  12-15 महीनों में बिहार में 3,500 किलोमीटर की यात्रा करेंगे।