देश में भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई होने या नहीं होने के पीछे भी राजनीतिक मकसद होता है- शिवानंद तिवारी

राजद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शिवानंद तिवारी ने कहा है कि देश में भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई होने या नहीं होने के पीछे भी राजनीतिक मकसद होता है। लालू यादव को चारा घोटाले से जुड़े आखिरी मामले में कोर्ट द्वारा दोषी करार दिए जाने के बाद राजद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शिवानंद तिवारी ने व्यंग करते हुए कहा कि सजा सुनाए जाने के बाद लालू यादव के विरोधी जिस तरह की प्रतिक्रिया व्यक्त कर रहे हैं उससे लगता है कि ये सब लोग साधु हैं । सियासत की दुनिया में लालू यादव अकेला पापी है, बाकी तो सभी साधु संत हैं।

उन्होंने कहा कि रांची की अदालत से लालू यादव को सजा मिलनी ही थी। क्योंकि यह अदालत इसी से जुड़े हुए बाकी मामलों में सजा दे चुकी थी। सब जानते हैं कि यह एक ही मामला है, जिसको पांच मानकर सुनवाई हो रही है। 2015 के विधानसभा चुनाव महागठबंधन के मुख्यमंत्री के उम्मीदवार के रूप में नीतीश कुमार अभियान चला रहे थे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भाजपा की ओर से उस चुनाव में अभियान की कमान अपने हाथ में ले ली थी।

उस दरमियान पीएम मोदी ने नीतीश कुमार पर भ्रष्टाचार और घोटाले के कितने आरोप लगाए थे। गोपालगंज और मुजफ्फरपुर की चुनावी सभाओं में उन्होंने नीतीश कुमार की सरकार के खिलाफ भ्रष्टाचार और घोटाले के 22 आरोप गिनाए थे। क्या वे आरोप नीतीशजी के खेमा बदलने के कारण लगे थे। यही आरोपों के कारण ही तो नही नीतीश कुमार प्रधानमंत्री के गठबंधन में चले गए थे। जिन मोदीजी ने नीतीशजी पर भ्रष्टाचार और घोटालों का आरोप लगाया था, वे ही आज उनको सच्चा समाजवादी का प्रमाणपत्र दे रहे हैं।