पहले अपने पिता लालू से पूछ लें, राजद आश्रित है सोशल मीडिया पर, लालू प्रसादजी भी लाठी छोड़ ट्विटर पकड़ चुके, तेजस्‍वी ने बेरोजगारी को बताया सबसे बड़ा मुद्दा तो जदयू-भाजपा ने दिया ये जवाब

बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्‍वी यादव ने शनिवार को मुख्‍यमंत्री नीतीश कुमार की सरकार पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि राज्‍य का सबसे बड़ा मसला बेरोजगारी है। दरअसल तेजस्वी यादव ने एक समाचार पत्र में छपे आर्टिकल की कॉपी को ट्वीट करते हुए लिखा कि बिहार बेरोजगारी का मुख्य केंद्र है। 78% बेरोजगार ग्रेजुएशन से लेकर पोस्ट ग्रेजुएट वाले। 16 वर्षों की NDA सरकार बेरोजगारी बढ़ाने के एक सूत्रीय कार्यक्रम पर ही कार्य कर रही है। NDA सरकार का 19 लाख नौकरियाँ देने का वादा था लेकिन अब उस पर कोई चर्चा ही नहीं। इन्होंने युवाओं को ठग लिया।

इसके बाद की राजनीति में  हलचल मचना शरू हु गई। NDA के भाजपा और जदयू के नेता उन पर हमलावर हो गए।

प्रदेश जदयू के मुख्य प्रवक्ता संजय सिंह ने शनिवार को कहा कि बेरोजगारी का सवाल उठा रहे नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव को इस बारे में पहला सवाल अपने पिता लालू प्रसाद से करना चाहिए। पंद्रह वर्षों के शासन काल में उनके परिवार ने बिहार के युवाओं के लिए शिक्षा और रोजगार जैसे मसलों को खत्म कर दिया था। उन्हें पलायन की राह दिखा दी थी।

क्या तेजस्वी अपना राजनीतिक रोजगार रहे तलाश

संजय ने कहा कि दरअसल रोजगार का मुद्दा उठाकर तेजस्वी यादव अपना राजनीतिक रोजगार तलाश रहे हैं। नेता प्रतिपक्ष को समझना चाहिए कि बिहार की जनता इतनी बेवकूफ नहीं है कि उनकी बातों में आ जाए। वैसे भी अगर तेजस्वी बिहार में रहेंगे तो उन्हें नीतीश कुमार की सरकार द्वारा रोजगार सृजन के क्षेत्र में किए गए काम दिखेंगे। बिहार का युवा आज न केवल सामान्य शिक्षा बल्कि तकनीकि तथा व्यावसायिक शिक्षा में भी अपनी पकड़ बना रहा है।

राजद शासनकाल ने लाखों युवाओं का भविष्य किया खराब

भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता अरविंद सिंह ने सोशल मीडिया का ज़िक्र करते विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव से कहा है कि इंटरनेट मीडिया पर झूठी बयानबाजी करने से कोई काबिल नहीं बन जाता। इनकी नेतागीरी इंटरनेट मीडिया से बाहर नहीं निकल सकती, क्योंकि बिहार की जनता को इनसे कई सवाल पूछने हैं। नेता प्रतिपक्ष रोजगार की बात करते हैं, असल में बिहार की जनता ने इन्हें खुद बेरोजगार कर दिया है। राजद शासनकाल में बिहार के लाखों होनहार युवाओं का भविष्य खराब हो गया। बीपीएससी से मुश्किल से सौ-डेढ़ सौ वैकेंसी निकालती थी, वह भी कई सालों के बाद।

राजद आश्रित है सोशल मीडिया पर, लालू प्रसादजी भी लाठी छोड़ ट्विटर पकड़ चुके : राजीव रंजन

राजद पर चुटकी लेते हुए भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष राजीव रंजन ने कहा कि इंटरनेट मीडिया आने का सबसे अधिक फायदा राजद-कांग्रेस जैसे जमीन से कटे वंशवादी दलों को हुआ है। पहले छपने की मजबूरी के कारण इनके नेताओं को बाहर निकलना पड़ भी जाता था, लेकिन अब इंटरनेट मीडिया के कारण महज दो चार ट्वीट में ही इनकी राजनीतिक खानापूर्पि हो जाती है। उन्होंने कहा कि राजद में हालात ऐसे हो चुके हैं कि अब लालू प्रसादजी भी लाठी छोड़ ट्विटर पकड़ चुके हैं। राजद का पूरा कुनबा ही अब फेसबुक और ट्विटर पर आश्रित हो चुका है। जनसेवा इनसे पहले भी नहीं होती थी, अखबार के पन्ने वैसे ही इनके काले कारनामों से रंगे रहते हैं। अब आपदा में लापता होने के बाद भी इन्हें बयान देने में आसानी होती है।