किसके दबाव में शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर ने लिया यू-टर्न, कहा-मैं भी श्रीराम का भक्त हूं, बयानों को तोड़ मरोड़ कर किया गया पेश

लोकसभा के चुनाव में अब तीन महीने ही बचें है…देश में एक बार फिर राम के नाम को लेकर राजनीति शुरू हो गई है…वहीं बिहार में शिक्षा मंत्री प्रोफेसर चंद्रशेखर ने भगवान राम और राम मंदिर को लेकर कई विवादित बयान दिया था…इसको लेकर बीजेपी काफी अक्रामक हुई थी…जिसके बाद आरजेडी को हिन्दुओं की वोट बैंक खिसकने का डर लग रहा था…यहीं नहीं आरजेडी के विधायक फतेह बहादुर ने भी एक कदम और आगे बढ़ाते हुए कई विवादित बयान दिये थे…

बताया जा रहा है जब मामला ज्यादा तुल करने लगा तब आलाकमान ने मोर्चा संभाला…तब शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर  ने मंगलवार की शाम प्रेस कॉन्फ्रेंस कर विवादित बयानों पर सफाई दी. शिक्षा मंत्री ने कहा कि वह शबरी के जूठे बेर खाने वाले प्रभु श्री राम के भक्त हैं. उनके बयान को तोड़-मरोड़कर चलाया गया है.

बयानों को तोड़मरोड़कर पेश करने का लगाया आरोप

शिक्षा मंत्री ने कहा कि जिन अखबारों ने मेरी बातों को तोड़-मरोड़कर पेश किया है उनके खिलाफ मैं निश्चित तौर पर मुकदमा करूंगा. मेरी भावना को आहत किया गया है. मैं अपमानित हुआ हूं. अपने बयान पर पत्रकारों से कहा कि आप लोगों को भ्रम है? विरोधियों पर तंज कसते हुए कहा कि अब तो आदमी मंदिर में प्रभु को घुसाने लगे हैं.

अपने बयानों से मुकरे शिक्षा मंदिर

शिक्षा मंत्री ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि उन्होंने मंदिर को लेकर कोई बयान नहीं दिया. उनकी पार्टी के विधायक फतेह बहादुर सिंह ने सावित्री बाई फूले की बातों को दुहराया था कि मंदिर का रास्ता मानसिक गुलामी का रास्ता होता है, स्कूल का रास्ता प्रकाश का रास्ता दिखाता है. चंद्रशेखर ने कहा कि मैंने तो सिर्फ इतना कहा था कि विधायक फतेह बहादुर सिंह की बातों का मैं समर्थन करता हूं. उनकी बातों को तोड़-मरोड़कर चला दिया गया