पीएम मोदी आज सुबह गया पहुंचे और गया से लोकसभा प्रत्याशी जीतन राम मांझी के समर्थन में चुनावी सभा की। पीएम मोदी ने गया और महात्मा बुद्ध की धरती को नमन करते हुए उन्होंने संविधान, राम मंदिर और शक्ति की उपासना पर बात करते हुए विपक्ष को आड़े हाथ लिया। उन्होंने लालटेन युग की भी बात की और विकास की तस्वीरें भी दिखाई। इस दौरान उत्साहित लोगों को उन्हें कई बार मोदी-माेदी का नारा लगाने से रोकना भी पड़ा, पीएम मोदी ने लालू-तेजस्वी पर हमला बोलते हुए कहा कि बिहार में जंगलराज का सबसे बड़ा चेहरा आरजेडी है। बिहार में भ्रष्टाचार का दूसरा नाम आरजेडी है। बिहार की बर्बादी की सबसे बड़ी गुनाहगार आरजेडी है। चारा घोटाला के नाम पर वोट मांगने वाले पर अदालत ने मुहर लगा दी है कि उसने चारा चोरी की है और गरीबों को लूटा है।
पीएम मोदी ने कहा कि आरजेडी ने बिहार को केवल दो ही चीजें दी हैं। एक है जंगलराज और दूसरा भ्रष्टाचार है। इन्ही का दौर था जब बिहार में अपहरण और फिरौती एक उद्योग बन गया था। हमारी बहन-बेटियां घर से बाहर नहीं निकल पाती थीं। गया जैसे इलाके नक्सली हिंसा की आग में जलते रहते थे। बुद्ध की धरती पर नक्सली गोलिया चलाते थे, ऐसी हालत करके छोड़ दिया था।
प्रधानमंत्री ने कहा कि आरजेडी ने बिहार के कितने ही परिवारों को बिहार छोड़कर जाने पर मजबूर कर दिया था। आज लूट का वही खेल ये लोग देश के साथ खेलना चाहते हैं। जब भ्रष्टाचार पर कार्रवाई करता हूं तो ये लोग मोदी के खिलाफ लामबंदी करते हैं। मैं कहता हूं कि भ्रष्टाचार हटाओ तो यह कहते हैं कि भ्रष्टाचारी बचाओ। इन्हें लगता है कि बिहार के युवा इनकी बातों में आ जाएंगे लेकिन बिहार के स्मार्ट युवा कभी भी जंगलराज वालों के साथ नहीं जाएंगे।
पीएम मोदी ने कहा कि क्या लालटेन से कभी मोबाइल चार्ज हो सकता है क्या? यह लालटेन के जमाने वाले लोग आपको आधूनिक युग में नहीं जाने देना चाहते हैं। आरजेडी का राज होता तो आपके मोबाइल की बैट्री भी चार्ज नहीं हो पाती। पूरे दुनिया में आज अस्थिरता है ऐसे में देश को मजबूत और बड़े फैसले लेने वाली सरकार की जरुरत है।
पीएम मोदी ने लालू पर पलटवार करते हुए कहा कि जो लोग संविधान को राजनीतिक हथियार के नाते उपयोग करना चाहते हैं वे कान खोलकर सुन लें, पिछले तीन दशक से आपने लोगों को डराए रखने के लिए भांति-भांति की कथाएं प्रचलित की है। कभी कहते थे कि आरएसएस और बीजेपी आएगी तो जल जाएगा, बच नहीं पाएगा लेकिन पिछले तीस सालों से अनेक राज्यों में हम सरकार चला रहे हैं। अटल जी के समय से देश की सत्ता में आते जाते रहे हैं लेकिन इस देश को सबसे ज्यादा शांति का समय हमारे ही कालखंड में मिला है।