प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए दूसरी वॉयस ऑफ ग्लोबल साउथ समिट का उद्घाटन किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि पिछले साल दिसंबर में जब भारत ने जी-20 की अध्यक्षता संभाली थी, तब ही फैसला कर लिया था कि ग्लोबल साउथ के देशों की आवाज को आगे बढ़ाना हमारी प्राथमिकता रहेगी।
इजरायल और हमास के बीच संघर्ष में नागरिकों की मौत की कड़ी निंदा
पीएम मोदी ने इजरायल पर 7 अक्टूबर के बर्बर आतंकवादी हमले की निंदा की। साथ ही, प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत इजरायल और हमास के बीच संघर्ष में नागरिकों की मौत की कड़ी निंदा करता है। उन्होंने कहा, हम देख रहे हैं कि पश्चिम एशिया में विकास से नई चुनौतियां उभर रही हैं।भारत ने विकासशील देशों के सामने आने वाली चिंताओं और चुनौतियों को उजागर करने के लिए जनवरी में ‘वॉयस ऑफ ग्लोबल साउथ समिट’ के पहले संस्करण की मेजबानी की।
संयम के साथ-साथ बातचीत और कूटनीति पर जोर
दूसरे संस्करण में अपने संबोधन में मोदी ने कहा कि नई दिल्ली ने हमास-इजरायल संघर्ष से उत्पन्न स्थिति से निपटने के लिए संयम के साथ-साथ बातचीत और कूटनीति पर जोर दिया है
उन्होंने आगे कहा, ‘पिछले साल दिसंबर में जब भारत ने जी-20 की अध्यक्षता संभाली तब हमने इसमें ग्लोबल साउथ के देशों की आवाज को आगे बढ़ाना अपनी प्राथमिकता मानीं। इसके साथ ही भारत मानता है कि नई टेक्नोलॉजी नॉर्थ और साउथ के बीच दूरियां बढ़ाने का नया स्त्रोत नहीं बनना चाहिए।’
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