बिहार में जवानी की कीमत सिर्फ 10 हजार ? CM नीतीश से BJP MLC ने क्यों पूछा ये सवाल?

बिहार में नियोजित शिक्षकों की लड़ाई थमते नहीं दिख रहा है। नियोजित शिक्षकों के समान काम समान वेतन की मांग को लेकर शिक्षकों के हड़ताल के 30 दिन से अधिक बीत गये हैं, लेकिन अब तक यह मामला सुलझता नहीं दिख रहा है। ऐसे में बिहार सरकार पर लगातार सवाल उठ रहे हैं।

क्या जवानी की कीमत सिर्फ 10 हजार रूपये ?

सत्ता पक्ष में होने के बाद भी नवल किशोर यादव लगातार नियोजित शिक्षकों के पक्ष में खड़े हैं। बीजेपी एमएलसी ने बड़ा सवाल खड़ा किया है और सरकार से पूछा है कि बिहार के युवा जो स्नातक,मास्टर और पीजी की डिग्री लिए हुए हैं और नियोजत शिक्षक बने हैं उनकी जवानी की कीमत सिर्फ 5 हजार 10 हजार और 15 हजार रुपए है? बिहार सरकार का यह कैसा न्याय है कि जवानी की कीमत 15 हजार रु और जो रिटायर्ड होकर एक बार फिर से अनुबंध पर नौकरी कर रहा उसे 50-60हजार रु। बीजेपी एमएलसी ने कहा कि सरकार की यह दोरंगी नीति नही चल सकती। वो शिक्षकों के साथ हो रहे दोरंगी नीति को कभी बर्दाश्त नहीं कर सकते।