COVID 19 Update: देश में COVID-19 से उबर चुके लोगों की संख्या हुई 114072 के साथ संक्रमितों की संख्या हुई 2,36,657‬

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा आज सुबह 8.00 बजे जारी आंकड़ों के मुताबिक भारत में कोरोना वायरस के मामलों की संख्या पिछले 24 घंटों में बढ़कर 2,36,657‬ हो गई है। साथ ही देश में संक्रमण से अब तक 6642 लोगों की मौत हो चुकी है, देश के 33 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के सामने आए मामलों में 115942 सक्रिय हैं। जबकि 114073 लोग ठीक/ डिस्चार्ज या माइग्रेट हुए हैं।

बिहार में कोरोना वायरस के 146 नए मामलों के साथ कुल मामले हुए 4598

बिहार में स्वास्थ विभाग के द्वारा कल शाम आखरी ट्विट कर जारी सुचना के अनुसार अपडेट में कोरोना वायरस के विभिन्न जिलों के 146 नए मामले सामने आए जिसके बाद संक्रमण के कुल मामलों की संख्या 4598 हो गई। बिहार में सक्रिय मामलों की संख्या 2,303‬ है जबकि कल शाम 4 बजे जारी आकड़ो के मुताबिक अभी तक इस संक्रमण से 2295 लोग ठीक हुए हैं और 29 लोगों की मौत हुई है । गौरतलब है कि अबतक बिहार में 3 मई 2020 के बाद आए प्रवासियों में COVID-19 पॉजिटिव संख्या 3311 है।

बिहार के स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक,आज  नए मामलों में से रोहतास में सर्वाधिक 13 मरीज़ मिले जबकि कटिहार और समस्तीपुर में 11-11 और गया व भोजपुर में 10-10 मरीज़ मिले। वहीं, शुक्रवार को नवादा व दरभंगा में 8-8 और शिवहर में 7 केस दर्ज हुए। गौरतलब है कि अब तक कुल 91,903 से अधिक सैंपल्स की जाँच की जा चुकी है।

डेनमार्क में कोरोना वायरस के लिए लोगों का स्वॉब टेस्ट करने वाला रोबोट बना

एक तरफ जहां कोरोना से शुरू हुई जंग में बड़ी संख्‍या में स्‍वास्‍थ्‍यकर्मी और दूसरे योद्धा इसकी चपेट में आ रहे हैं वहीं मीडिया ख़बरों के अनुसार डेनमार्क में शोधकर्ताओं ने स्वॉब टेस्ट करने में सक्षम पूर्ण स्वचालित रोबोट तैयार किया है जो स्वास्थ्य कर्मियों की जगह कोरोना वायरस के लिए लोगों का टेस्ट करने में सक्षम है। बतादें रोबोट मरीज़ के मुंह में स्वॉब डालता है और सैंपल को टेस्ट ट्यूब में डालकर ढक्कन लगा देता है। मुंह के अंदर सटीक जगह जाने के लिए रोबोट कैमरे का इस्तेमाल करता है। जिसकी वजह से स्‍वास्‍थ्‍यकर्मी सीधेतौर पर इसकी चपेट में आने से बच सकते हैं।

इस रोबोट को बनाने वाले शोधकर्ताओं का कहना है कि किसी व्‍यक्ति में कोरोना वायरस के संक्रमण का पता लगाने के लिए खून की जांच से लेकर स्वॉब टेस्ट तक किया जाता है। स्‍वाब टेस्‍ट के लिए नाक या गले के अंदर एक लंबा सा ईयरबड जैसा दिखने वाला स्वॉब डाल कर सैंपल लिया जाता है, लेकिन इसमें सैंपल लेने वाले के संक्रमित होने का खतरा रहता है। वहीं दूसरी तरफ ये टेस्‍ट इसकी जांच के लिए कफी कारगर माना गया है। इससे आने वाले परिणाम काफी सटीक होते हैं।
गौरतलब है कि डेनमार्क के शोधकर्ताओं द्वारा बनाए गए इस रोबोट को जून से काम में लगाया जा सकता है। इस रोबोट की सबसे बड़ी खासियत है कि इसे 3डी प्रिंटर की मदद से तैयार किया गया है। कोरोना टेस्‍ट को लेकर इसकी प्रक्रिया वही है जो एक इंसान की होती है। ये रोबोट अपने सामने बैठे मरीज के मुंह में स्वॉब डालता था। सैंपल ले कर रोबोट ही स्वॉब को टेस्ट ट्यूब में डाल कर उसको ढक्कन से बंद कर देता है। इस रोबोट को बनाने में थियुसियुस रजीत सवारीमुथु समेत उनकी दस शोधकर्ताओं की टीम शामिल थी।